विप्लव गुप्ता, पेंड्रा। गुरु-शिष्य के रिश्ते को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. इससे न केवल रिश्ते में दरार आई है, बल्कि विश्वविद्यालय की भी छवि धूमिल हुई है. इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के सहायक प्राध्यापक संतोष कुमार सोनकर पर उनकी ही शोधकर्ता छात्रा ने शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के साथ छेड़खानी करने, शराब पीने के लिए दबाव बनाने और अश्लील हरकत करने का गंभीर आरोप लगाया है. छात्रा ने मामले की शिकायत विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर से लेकर मुख्यमंत्री, अध्यक्ष राष्ट्रीय जनजाति आयोग नंदकुमार साय और थाना अमरकंटक में भी की है. शिकायत पर आज आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 354 क 509 और 506 की धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है.

इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में अंग्रेजी और विदेशी भाषा विभाग में सहायक प्राध्यापक पद पर पदस्थ संतोष कुमार सोनकर पर उनके सुपर विजन में शोध कर रही एक छात्रा ने गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्रा की माने तो प्रोफेसर उन पर बुरी निगाह रखते थे और लगातार उनसे बातचीत के दौरान दद्विअर्थी शब्दों का उपयोग करते थे. छात्रा ने आरोप लगाए हैं कि 20 दिसंबर 2017 को फील्ड विजिट के दौरान वापस लौटते वक्त तो फिर से ने शराब पीकर बहुत अश्लील और अभद्र व्यवहार किया. साथ ही लगातार युवती को धमकियां भी दे रहे थे कि तुम्हारे शोध और कैरियर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा, यदि बातें बाहर जाएगी. इसलिए छात्रा ने बातें छुपा कर रखी.

आरोप है कि शोध डिस्कशन के दौरान भी शोधकर्ता छात्रा से ऐसी बातें करते थे कि “स्कॉलर और सुपरवाइजर के बीच संबंध काफी गहरा होता है और इस दौरान दोनों फिजिकल भी हो जाते हैं” ऐसी बातें प्रोफेसर शोधकर्ता छात्रा के साथ लगातार किया करते थे. प्रोफेसर लगातार स्कॉलर को 5 बजे के बाद अपने कैबिन में आने और सूट पर डिस्कशन करने के लिए कहा करते थे. पानी जब सर के ऊपर से निकल गया तब स्कॉलर ने पहले इसकी शिकायत विभाग अध्यक्ष से की विभागाध्यक्ष ने उन्हें 5 बजे के बाद उनके चेंबर में जाने से मना कर दिया. हालांकि कोई एक्शन नहीं लिया गया. बाद में स्कॉलर ने इसकी शिकायत अपने परिजनों से भी की, तब परिजनों ने इसकी शिकायत छात्रा के माध्यम से बीते 14 नवंबर 2019 को वाइस चांसलर से की, लेकिन वहां से भी जब पीड़ित को लगा कि न्याय नहीं मिल रहा है, तो उसने पूरे मामले की शिकायत 20 नवंबर को अमरकंटक थाने में की.

रिसर्चर छात्रा ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में शिकायत करने के बाद उन्हें मामला उठाने के लिए कई बार कहा गया. अमरकंटक थाने में भी शिकायत दर्ज कराने के 3 दिनों के बाद तक एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी थी.

मामले में सहायक प्राध्यापक संतोष कुमार सोनकर का कहना है कि शोधकर्ता छात्रा द्वारा लगाए गए इल्जाम झूठे मनगढ़ंत और बेबुनियाद हैं. वह दूसरे प्रोफेसर और अन्य लोगों के दबाव और बहकावे में ऐसा आरोप लगा रही है. हालांकि शोधकर्ता द्वारा डिंडौरी जाने के दौरान उनके साथ छेड़खानी करने की बात पर उन्होंने कहा कि इस दौरान मेरी पत्नी मेरे साथ ही थी तो मैं उनके साथ छेड़खानी कैसे करूंगा. वही विश्वविद्यालय में पढ़ी लड़की के साथ विवाह करने की बात को उन्होंने व्यक्तिगत बताते हुए कहा कि यह बात सच है कि मेरी पत्नी इस विश्वविद्यालय में पढ़ा करती थी. यह बात सच है पर मेरी शादी पढ़ाई पूरी होने के बाद ही हुई है. दहेज मुक्त जाति मुक्त समाज का निर्माण करना है देश के इस नारे को ध्यान में रखकर मैंने उनसे शादी की है.

वही 4 दिन बाद ही सही पर रिसर्चर की शिकायत पर आज अमरकंटक थाने में सहायक प्राध्यापक संतोष सोनकर के खिलाफ आईपीसी की धारा 35,4 354 क, 506, 509 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है.  मामला दर्ज करने में देरी पर सब इंस्पेक्टर आर एन शर्मा का कहना है कि आवेदन की जांच चल रही थी. शिकायत सही पाने पर मामला दर्ज किया गया है.