कानपुर. यहां एक पाकिस्तानी नागरिक पर भारत में अधिक समय तक रुकने का मामला दर्ज किया गया है. कानपुर पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान का नागरिक आलम चंद 1990 में टर्म वीजा पर कानपुर आया और फिर अपने परिवार के साथ यहां बस गया. हालांकि चंद ने दावा किया कि उन्होंने 2013 में कानूनी रूप से भारतीय नागरिकता प्राप्त कर ली थी, पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी.

आलम चंद के खिलाफ एक शिकायत आलोक कुमार ने दर्ज की थी, जिन्होंने दावा किया था कि चंद ने अवैध रूप से पैन और आधार जैसे भारतीय पहचान पत्र प्राप्त किए थे, और यहां बने रहे. चंद का बेटा भारतीय वायुसेना में है, जबकि दूसरा बेटा शिक्षा विभाग में कार्यरत है. आलोक कुमार ने कहा कि उन्होंने कई बार पुलिस को सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद उन्होंने कोर्ट में एफआईआर दर्ज करने के लिए याचिका दायर की. कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं. शुरुआती जांच में पुलिस ने सभी आरोप सही पाए.

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) साउथ मनीष सोनकर ने कोर्ट के आदेश के बाद कहा कि एक पाकिस्तानी नागरिक के छिपने और धोखाधड़ी करने का मामला उसकी जानकारी में आया है. उन्होंने कहा, “पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. अन्य जांच एजेंसियों को भी मामले की जानकारी दे दी गई है और जांच के आधार पर इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी.”