इंदर कुमार,जबलपुर। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मासूम बच्ची को आवारा कुत्तों के काटने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. अब इस मामले में हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव, भोपाल कलेक्टर, भोपाल नगर निगम कमिश्नर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. घटना पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई है.

4 साल की मासूम बच्ची गुड्डी को आवारा कुत्तों के काटने के मामले में सीएम शिवराज ने भी अफसरों की क्लास लगाई थई. उन्होंने साफ शब्दों में दो टूक कहा कि मुझे कारण नहीं, कार्रवाई चाहिए. उनके इस रवैए के बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति है. सीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम कमिश्नर सहित कलेक्टर को भी मंत्रालय तलब किया था.

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बता दें कि बीते दिनों (शनिवार) भोपाल के बागसेवनिया कॉलोनी में आवारा कुत्तों के झुंड ने 4 साल की मासूम बच्ची को नोंचकर घायल कर दिया था. घायल बच्ची के शरीर में कई जगह पर कुत्तों पंजों और दांत से काटने के निशान पाए गए थे. उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी. अस्पताल प्रबंधन द्वारा पूरा स्वस्थ्य हुए बिना उसे दोबार डिस्चार्ज कर दिया था. जिसे लेकर उनके परिजन और कॉलोनीवासियों ने नाराजगी जताई थी. वहीं इस मामले को लेकर पूर्व पार्षद ने थाने में शिकायत कर निगम कमिश्नर सहित कुत्तों का स्टरलाइज्ड करने वाली संस्था के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी.

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मामला प्रकाश में आने के बाद राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी सरकार पर सवाल उठाया था. कांग्रेस ने कहा था कि बीते पांच साल में कुत्तों की नसबंदी पर पौने सात करोड़ खर्च करने के बाद भी आवारा कुत्तों की संख्या कम क्यों नहीं हुई. वहीं कुत्तों के नाम पर सरकार पर लूट का आरोप भी लगाया गया था.

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