रायपुर। विधानसभा में लखेश्वर बघेल, मोहन मरकाम और दीपक बैज ने बस्तर संभाग के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित आदिवासी हॉस्टल में छात्रों की मौत का मामला उठाया.  आदिमजाति कल्याण मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि मामले की विवेचना पुलिस कर रही है. अधिकारियों की लापरवाही के चलते मौत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि खुदकुशी की बातें जरूर सामने आई है.

वहीं एर्राकोट आदिवासी हॉस्टल में छात्र की खुदकुशी के मामले पर कांग्रेस विधायक दीपक बैज ने मंत्री केदार कश्यप को घेरा. उन्होंने कहा कि विभाग उदासीन है. साल में बस्तर क्षेत्र में 3-4 ऐसे खुदकुशी के मामले सामने आते हैं.

मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि मानसिक अवसाद में कोई छात्र चला जाता है और ऐसे स्टेप उठा लेता है. उन्होंने कहा कि छात्रों की हॉस्टल के प्रति कोई नाराजगी नहीं रहती, बल्कि अपने घरवालों से नाराजगी रहती है. उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी.

कांग्रेस विधायक अमरजीत भगत ने कहा कि लगातार आश्रम-छात्रावास में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. इन घटनाओं में कौन दोषी है.

मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि इनकी हमेशा राजनीति रही है किसी वर्ग को लेकर. किसी वर्ग का कोई भी दोषी हो, उस पर कार्रवाई होगी.