नितिन नामदेव, रायपुर. छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को मिले शासकीय आवास से बड़ी संख्या में सामान गायब मिला था. सिविल लाइन स्थित इस C2 बंगले में पहले पूर्व कांग्रेस सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया रहते थे. इस मामले की शिकायत पर पुलिस ने आज ने प्रार्थी का बयान दर्ज किया है.

बंगले से लाखों का सामान गायब होने की शिकायत मनेंद्रगढ़ के RTI कार्यकर्ता राजकुमार मिश्रा ने सिविल लाइन थाने में की थी. इस मामले में आज प्रार्थी का बयान लिया गया. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद मामले में अपराध दर्ज किया जाएगा. प्रार्थी ने कहा, जांच में जो भी दोषी पाया जाए उस पर कड़ी कार्रवाई हो, चाहे वह पूर्व मंत्री शिव डहरिया हो या PWD के बड़े अधिकारी हो.

मामले की जानकारी देते हुए RTI कार्यकर्ता राजकुमार मिश्रा ने बताया कि मुझे मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को शासकीय बंगला C2 आवंटित किया गया है. इस बंगले चोरी हो गई थी और बहुत सारे कीमती और महत्वपूर्ण सामान गायब हो गए थे. तब से लेकर अब तक मैं सूचना के अधिकार के तहत 22 से ज्यादा आरटीआई एप्लीकेशन फाइल किया हूं. पीडब्ल्यूडी विभाग में कई विभागों में मैं आरटीआई लगाकर जानकारी प्राप्त की है. करीब 400 पेज की जानकारी मैंने प्राप्त की है.

राजकुमार ने बताया, आरटीआई से मिली जानकारी से स्पष्ट होता है कि यह बंगला पहले पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया को आवंटित था. उन्होंने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि मेरा सामान था मैंने निकाल लिया. उसके बाद मुझे पूरे दस्तावेज मिले और मैंने उसका अध्ययन किया. मुझे स्पष्ट रूप से लगा यह अपराध बनता है और शासकीय संपत्ति का दुरुपयोग है. भारतीय दंड संहिता के तहत विभिन्न धाराओं के तहत यह दंडनीय अपराध है. मैं सिविल लाइन थाना रायपुर में इस संबंध में लिखित शिकायत किया हूं. पुलिस इसमें जांच आरंभ कर चुकी है. मुझे नोटिस भेजकर इस संबंध में मेरा बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था. मैंने इस संबंध में अपना बयान दर्ज कराया हूं. उम्मीद है कि पुलिस इस पर जांच करेगी और जो भी दोषी होगा उस पर अवश्य कार्रवाई होगी.

जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई : एएसपी

इस मामले में शहर एएसपी लखन पटले ने बताया, थाना सिविल लाइन में राजकुमार मिश्रा ने एक पत्र भेजा, जिसकी जांच के लिए आज राजकुमार मिश्रा को बुलाया गया था. उनके एप्लीकेशन में यह तथ्य है कि पूर्व मंत्री के बंगले में बहुत सारा सामान रखा हुआ था. इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित अन्य चीज रखी थी. वह गायब थे, इस पर वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई है. इस पर वैधानिक कार्रवाई की जाए. प्रार्थी का बयान लिया गया है. तथ्य जुटाए जा रहे हैं. संबंधित विभागों से जानकारी ली जाएगी. पूरी जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

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