लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद. डौंडी तहसील के कोठारी कृषि केंद्र में किसानों को एक्सपायरी नैनो यूरिया दवाई बेचने का गंभीर मामला सामने आया है. हैरानी की बात तो यह है कि यह पूरा खेल कृषि अधिकारी की उपस्थिति में खेला जा रहा था. किसानों को जब अपने साथ हुई ठगी की जानकारी हुई तो उन्होंने जमकर हंगामा किया. इसके बाद मौके पर मौजूद कृषि अधिकारी ने किसानों से एक्सपायरी नैनो यूरिया वापस मंगाकर बदली करने का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ.

बता दें कि मानसून लगते ही किसान अपने खेतों की ओर रुखकर धान की बोआई करने में लगे हैं. वहीं उन्हें खाद की समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा. सहकारी सोसाइटीयों में यूरिया, डीएपी खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहे, किंतु बिचौलियों के पास बराबर खाद पहुंच रहा, जिनसे किसान अधिक दाम देकर खाद खरीदने को मजबूर हैं. इसका ताजा उदाहरण कोठारी कृषि केंद्र है.

जब्त यूरिया को सरकारी रेट पर किया जा रहा वितरित

कोठारी कृषि केंद्र में बीते दिनों कृषि विभाग ने दबिश देकर अवैध भंडारण किए यूरिया को जब्त किया था और अब उसी यूरिया खाद को किसानों को सरकारी रेट में वितरण किया जा रहा है. इसी बीच कोठारी कृषि केंद्र में एक्सपायरी नैनो यूरिया बेचने का मामला सामने आया है. इस मामले में कृषि विभाग के अधिकारी अब दूसरी बार कृषि केंद्र को नोटिस जारी करने की बात कह रहे हैं.

जानिए क्या है नैनो यूरिया

जानकारी के मुताबिक, नैनो यूरिया, यूरिया का एक तरल रूप है, जिसे नैनो तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है. यह पारंपरिक यूरिया का एक विकल्प है और पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करने का एक प्रभावी तरीका है. नैनो यूरिया को स्वदेशी रूप से नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर (कलोल, गुजरात) में विकसित किया गया है.