प्रतीक चौहान. रायपुर. 300 रुपए लेकर यात्री को रसीद न देने वाले टीटीई का वीडियो और खबर के बाद रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम ने इंचार्ज से जवाब मांगा है. सीनियर डीसीएम डॉ विपिन वैष्णव ने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट होगा, इसलिए उन्होंने पूरे मामले में इंचार्ज से रिपोर्ट मांगी है.
पोल खुलने के बाद अब कहा जमा होंगे 300 रूपए ?
अब सवाल ये है कि लल्लूराम डॉट कॉम के द्वारा टीटीई के रिश्वत लेने की पोल खुलने के बाद अब अपने बचाव के लिए टीटीई इस राशि को रेलवे के किस हेड में जमा करवाएंगे ? हालांकि टीटीई को बचाने की तैयारियां भी पूरी कर ली गई है. अब सवाल ये है कि वीडियो में टीटीई के कबूल नामे को कागजों में कैसे बचाया जाता है, ये इंचार्ज की रिपोर्ट सबमिट होने के बाद ही स्पष्ट होगा.
ये है रिश्वत लेने का पूरा समय बिंदुवार
- सुबह 9:46 बजे 1 नंबर प्लेटफार्म के VIP गेट के बीचो-बीच रिश्वत लेने का समय. जहां CCTV संभवत कवर नहीं करता है. हालांकि पैसेंजर से टीटीई के बातचीत करने का समय 3-5 मिनट पहले का भी है. जिसमें यात्री अकेले था और रिश्वत देते समय अपने बच्चे और पत्नी के साथ.
- इसके बाद 9 बजकर 56 मिनट में उक्त TTE और एक अन्य टीटीई ने कैफेलाइट के पीछे वाले एरिया में महिला यात्री से 900 रुपए बिना रसीद के लिए और फिर बाद में RPF को बुलाया. हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो सका कि उक्त दूसरे यात्री का जुर्माना कितना वसूला गया.
- लल्लूराम डॉट कॉम के यहीं से टीटीई से बाचतीच करने और रिश्वत के संबंध में पूछने का समय 10 बजकर 4 मिनट.
- इसके बाद टीटीई ऑफिस के अंदर टीटीई के कबूलनामा का समय 10 बजकर 07 मिनट.
इसके थोड़ी देर बाद पुनः टीटीई अपना कोर्ट निकालकर वीआईपी गेट से बाहर उक्त पैसेंजर को ढ़ुंढ़ने निकले. जिससे उन्होंने रिश्वत ली थी. क्योंकि तब तक उनकी पूरी पोल खुल चुकी थी. उक्त सभी समय रेलवे स्टेशन में लगे CCTV कैमरे के समय से भी मिलाए जा सकते है. जिससे इस पूरे खेल की सच्चाई सामने आएगी.