जालंधर: एक प्रॉपर्टी डीलर को बड़े व्यवसाय का झांसा देकर 17 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में पुलिस ने जॉइंट कमिश्नर कस्टम (आईआरएस अधिकारी) समेत 12 लोगों पर जालसाजी का मामला दर्ज किया है. थाना 7 में आईआरएस अधिकारी, उनके रिश्तेदारों और साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी भूमिका की जांच शुरू कर दी गई है.

अर्बन एस्टेट फेज-2 निवासी प्रॉपर्टी डीलर गुरप्रीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने अपने बेटे के लिए नया कारोबार शुरू करने का सोचा था. इसके लिए उसने अपने परिचित तिलक राज के माध्यम से आईआरएस अधिकारी श्रीरंग चंद्रचूड़ से संपर्क किया. तिलक राज भी उसके साथ गया और ताज होटल में उसकी मुलाकात श्रीरंग चंद्रचूड़ से हुई. श्रीरंग ने दावा किया कि उसकी वित्त मंत्रालय में अच्छी पकड़ है और वह एनसीएलटी में कोई फर्म खरीदवा सकते हैं. उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर वे 20 करोड़ रुपये निवेश करेंगे, तो एक महीने में उनके 30 करोड़ रुपये बन जाएंगे.

Case registered against 12 including IRS officer accused of fraud of Rs 17 crore

आईआरएस अधिकारी की बातों पर विश्वास करके, 29 जून 2022 को गुरप्रीत सिंह ने उनके बताए खाते में 3 करोड़ रुपये अपने बैंक खाते से और 2 करोड़ रुपये पत्नी के बैंक खाते से ट्रांसफर किए. इसके बाद धीरे-धीरे श्रीरंग ने अपने सहयोगियों यश, शुभम, बहन प्राजक्ता, जीजा श्रीरश्रिर, पिता चंद्रचूड़, मां अंजलि, पत्नी दीपाली, साला पराग और अविनाश के खातों में कुल 6.90 करोड़ रुपये और फिर 10 करोड़ रुपये अलग से ट्रांसफर करवाए. जब पैसे की वापसी की मांग की गई, तो आरोपी टालमटोल करने लगे.