नई दिल्ली। पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में 2 नवंबर को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने महुआ मोइत्रा पेश हुई थीं. महुआ ने समिति अध्यक्ष पर गंदे सवाल पूछने का आरोप लगाते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया था. अब एथिक्स कमेटी सात नवंबर को रिपोर्ट का मसौदा तैयार करेगी.

लोकसभा की एथिक्स कमेटी बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर जांच कर रही है. दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी समूह को निशाना बनाने के लिए संसद में प्रश्न पूछने के एवज में उनके व्यापारिक प्रतिद्वंद्वी व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली है. निशिकांत दुबे की ओर से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे गए पत्र में महुआ मोइत्रा को संसद से तत्काल निलंबित करने की मांग की गई है.

वहीं दूसरी ओर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन पर प्रश्न पोस्ट करने की बात स्वीकार की है. हालांकि कैश-फॉर-क्वेरी मुद्दे पर वे चुप हैं. हीरानंदानी ने दावा किया है कि उन्होंने महुआ मोइत्रा को उपहार दिए थे. यह उन्होंने उनकी ‘गुड बुक’ में बने रहने और विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए उनकी मदद करने के लिए मांगे गए थे.

महुआ ने लॉगिन शेयर करने की बात स्वीकारी

महुआ मोइत्रा ने कैश-फॉर-क्वेरी के आरोपों को खारिज किया है. हालांकि, उन्होंने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने अपना संसदीय लॉगिन शेयर किया था. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि इसके उपयोग को नियंत्रित करने वाले किसी भी नियम के बारे में सदस्यों को सूचित नहीं किया गया है.