धमतरी। 16 जून को प्रदेश में किसान संगठनो द्वारा 25 जिलें के तकरीबन 30 स्थानों पर नेशनल हाइवे को चक्काजाम करने के ऐलान के बाद धमतरी शहर छावनी में तब्दील हो गया है । वहीं  किसान आंदोलन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकसी बरत रही है। हालांकि जिले में किसान आंदोलन की कोई सुगबुगाहट नजर नहीं आ रही है और न ही कोई सगंठन अब तक सामने आया है ।

ऐसे में किसान आंदोलन जिले में एक तरीके से फेल होता दिखाई दे रहा है । वही ये भी कयास लगाये जा रहे है कि 2009 में हुए किसान आंदोलन के बाद जिले के किसान सहमे हुए है । दरअसल साल 2009 में समर्थन मूल्य बढ़ाने और बोनस की मांग को लेकर हुए किसानो के आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया था । वही इस मामले को लेकर दर्जनों किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया गया था ।

बहरहाल किसान आंदोलन को देखते हुए जिले में प्रशासन सक्रिय है स्वयं जिले के कलेक्टर सी आर प्रसन्ना एसपी मनीष शर्मा प्रमुख स्थानों का जायजा लेकर एतिहात बरतने के निर्देश दिए है । शहर के तमाम चौक चौराहो पर प्रशासन के अधिकारी और पुलिस महकमे के अफसर सहित पर्याप्त मात्रा में पुलिस के बल तैनात किये गए है । जिसके वजह से पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया है ।  प्रशासन ने जिले में कुल 1000 बल और धमतरी शहर में 500 बल तैनात किया गया है।