रायपुर. एक ऐसा ठग जो एक या दो करोड़ नहीं बल्कि पुरे 100 करोड़ से ज्यादा कारोबारियों का चुना लगाकर फरार हो गया था. उस आरोपी को पुलिस ने करीब 6 साल बाद इंदौर से गिरफ्तार किया है. जब पुलिस आरोपी महेंद्र गुप्ता के ठिकाने पर गिरफ्तार करने पहुची तो उसकी पत्नी सुनीता गुप्ता मौके से फरार हो गयी. ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी को लेकर पुलिस देर शाम रायपुर पहुंची. दरअसल आरोपी समय समय पर अपना लोकेशन बदलता रहता था. इसी सम्बन्ध में पुलिस की टीम को आरोपी के इंदौर में होनी की जानकारी मिली थी फिर आजाद चौक थाना की टीम को गिरफ़्तारी के लिए इंदौर रवाना किया गया. आरोपी के खिलाफ अब तक 31 वारंट  जारी किये जा चुके है और वह सभी अलग अलग थाने के है.

 

मामले को लेकर खुलासा करते हुए रायपुर एसपी नीतू कमल ने बताया कि आरोपी को अभी आजाद चौक थाने में दर्ज मामले के तहत गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा शहर के और कई थानों में इसके खिलाफ धोखाधड़ी के मामले दर्ज उस पर भी इसे गिरफ्तार किया जाएगा. साथ ही बहुत सारे ठगी के मामलों में उसकी पत्नी की भी भूमिका है. आरोपी महेंद्र गुप्ता के खिलाफ थाना सरस्वती नगर, गंज, पुरानी बस्ती, रामनगर चौकी, थाना पंडरी और जेएमएफसी न्यायालयों द्वारा अलग अलग प्रकरणों में धारा 138 एन. आई.ए एक्ट 420 के तहत 31 वारंट जारी किये गए थे.

जानकारी के मुताबिक 28 दिसम्बर 20 18 को आमानाका में रहने वाले ललित अग्रवाल ने आजाद चौक थाने में दर्ज करायी थी कि अरोपी महेंद्र गुप्ता ने अपनी सौरभ रोलिंग मिल्स प्राइवेट लिमिटेड के लेनदारो को 15 करोड़ के भुगतान के एवज में 5 भूखंड का एग्रीमेंट किया. लेकिन आरोपी द्वारा गलत तथ्य बताकर अनुबंध निष्पादित किये गए और अनुबंध में उल्लेखित सम्पतियो में से एक भूखंड को 88लाख 65 हजार रुपये में मनोज अग्रवाल नाम के व्यक्ति को विक्रय किया और अन्य अनुबंध कृत भूखंडो को भी आरोपी मह्नेद्र गुप्ता ने विक्रय कर प्रार्थी को 15 करोड़ की सदोष हानि पहुचाई एवं अनुबंध सम्पतियो को जानबूझकर धोखाधड़ी के उद्देश्य से विक्रय कर दिया.