कैथलिक चर्च प्रमुख पोप फ्रांसिस (Pope Francis) को फेफड़ो में इंफेक्शन होने के कारण 14 फरवरी से रोम (Rome) के जेमेली अस्पताल में भर्ती है. उनकी की हालत नाजुक बनी हुई है. वेटिकन के अनुसार पोप की ब्लड टेस्ट रिपोर्ट में किडनी फेल होने के लक्षण मिले हैं. इसके अलावा प्लेटलेट्स की कमी भी पाई गई है. पोप की सेहत में सुधार के लिए दुनियाभर में प्रार्थना की जा रही है.
पोप फ्रांसिस के सेहत की जानकारी देते हुए वेटिकन प्रेस ऑफिस ने कहा कि पोप को शनिवार रात से अस्थमा का कोई अटैक नहीं आया है, हालांकि अभी भी उन्हें ऑक्सीजन का हाई फ्लो दिया जा रहा है. गौरतलब है कि डॉक्टरों ने 21 फरवरी को उन्हें खतरे से बाहर बताया था और कहा था कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है.
‘हमारा भाई लद्दाख हमसे बिछड़ गया…’ जम्मू कश्मीर के डिप्टी CM चौधरी ने PM मोदी से की ये मांग
निमोनिया और एनीमिया से संक्रमित
बता दें कि कैथलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस (88 साल) का निमोनिया और एनीमिया का इलाज जारी है. वही उन्होंने X पर पोस्ट करके प्रार्थनाओं के लिए उनको धन्यवाद किया. बीतें 21 फरवरी को पोप का ऑपरेशन कर चुके डॉ सर्जियो अल्फीरी से पूछा गया कि क्या पोप खतरे से बाहर हैं तो उन्होंने न में जवाब दिया.
CM फडणवीस और एकनाथ शिंदे में फिर तकरार! डिप्टी सीएम के इस फैसले पर मुख्यमंत्री ने उठाए सवाल
डॉक्टर ने बताया कि दोनों दरवाजे खुले हैं, लेकिन तत्काल मौत होने का खतरा नहीं है, हालांकि इलाज में वक्त लगेगा. उन्होंने कहा कि पोप को अगले हफ्ते भी अस्पताल में रहना पड़ सकता है. इसके अगले ही दिन 22 फरवरी को अस्थमा अटैक के बाद पोप की हालत एक बार फिर गंभीर हो गई. एक दिन पहले की तुलना में दर्द बढ़ गया. एनीमिया के इलाज के लिए खून चढ़ाया गया.
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक