टुकेश्वर लोधी, आरंग. कृषि प्रधान देश और धान का कटोरा कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में किसानों की दयनीय स्थिति किसी से नहीं छुपी है। अन्नदाताओं को धान की बुआई से लेकर उसे बेचने तक काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के किसान अभी सबसे ज्यादा तकलीफ में हैं, क्योंकि मवेशियों से उनकी धान की फसलों को भारी नुकसान हो रहा है।
नगर के घुमराभांठा रोड पर स्थित गौठान में नगर पालिका के सहयोग से मवेशियों को रखा जाता है, लेकिन रात के समय अज्ञात व्यक्तियों द्वारा ताला तोड़कर मवेशियों को गौठान से बाहर कर दिया जाता है। गौठान से निकलकर मवेशी सीधे किसानों के खेत पहुंच रहे हैं और धान की फसलों को खा रहे हैं, जिससे किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो रही है। किसान अपनी समस्याओं को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पास जाते हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है।


किसानों की समस्याओं के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी शीतल चंद्रवंशी ने मंगलवार को नगर पालिका में किसानों की बैठक रखी थी, लेकिन किसानों को समुचित समाधान पालिका से नहीं मिल पाया। किसानों का आरोप है कि गौठान की देखरेख नगर पालिका के कर्मचारी करते हैं, लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही के कारण आए दिन गौठान से सभी मवेशियों को छोड़ दिया जाता है। इससे किसान की फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। अगर किसानों की फसलों की इसी तरह मवेशियों से नुकसान होता रहा तो किसान बर्बाद हो जाएंगे।
चारागाहों, शासकीय जमीनों पर अतिक्रमण, इसी वजह से बढ़ी परेशानी
जानकारी के अनुसार आरंग नगर पालिका क्षेत्र में लगभग 500 से ज्यादा शासकीय जमीन है। पहले मवेशियों के लिए पर्याप्त मात्रा में चारागाह थी। किसान चरवाहे की मदद से मवेशियों को चारागाह भेज देते थे, जिससे किसानों की फसल बच जाती थी।कुछ वर्ष पहले तात्कालिक कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया के निर्देश के बाद यहां की शासकीय जमीनों को कब्जा मुक्त किया गया था, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण शासकीय जमीनों पर फिर से अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो चुका है। बैहार और घुमराभांठा में तो शासकीय जमीनों की सौदेबाजी भी हो रही है। आरंग में मवेशियों के लिए चारागाह की जगह ही नहीं है, जिसके कारण मवेशी या तो सड़कों पर दिख रहे या फिर किसानों की खेतों में। आने वाले दिनों में अगर किसानों की समस्याओं का हल नहीं हो पाता है किसान कोई ठोस कदम उठा सकते हैं।

जहां किसान मवेशियों को रखते हैं वहां की स्थिति खराब
आरंग नगर के किसान दिन रात अपनी फसलों की चौकीदारी कर रहे हैं। जो भी मवेशी फसलों को नुकसान पहुंचाते है किसान उन्हें नगर पालिका द्वारा आरक्षित गौठान और कांजी हाउस में रखते हैं, लेकिन मवेशियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि उनकी देखरेख करना पालिका के लिए मुश्किल हो गया है। मवेशियों के खाने के लिए पर्याप्त चारा भी नहीं है। गौठान में बंद मवेशियों को ठीक से चारा नहीं मिलने से उनकी स्थित दयनीय हो गई है। कई बार अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गौठान और कांजी हाउस का ताला तोड़कर मवेशियों को बाहर निकाल दिया जाता है। बाहर निकलते ही मवेशी आसपास के खेतों में घुसकर फसलों को चौपट कर रहे हैं।

प्रशासनिक अधिकारियों और किसानों के बीच हुई अहम बैठक
किसानों की परेशानी और उनके आक्रोश को देखते हुए बुधवार को आरंग एसडीएम कार्यालय में आरंग एसडीएम, तहसीलदार सहित प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में किसानों की अहम बैठक हुई। इस बैठक में मवेशियों को व्यवस्थित जगहों में रखने और किसानों की समस्याओं को सुलझाने के प्रयास पर जोर दिया गया। अगर इस बार किसान प्रशासन की व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हुए तो आने वाले दिनों में किसानों का आक्रोश फूट सकता है, जिससे शासन-प्रशासन को परेशानी हो सकती है।
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