Mouth Ulcer Hone ke Karan: मुंह के छाले कई कारणों से हो सकते हैं और ये अक्सर असहज होते हैं. ये दर्दनाक घाव आमतौर पर मुंह के अंदर की कोमल त्वचा, जीभ, या मसूड़ों पर होते हैं. छालों के कारणों में तनाव, हार्मोनल परिवर्तन, या कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी शामिल हो सकती है.

इसके अलावा, यह भी हो सकता है कि शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी हो, जो बार-बार छालों के होने का कारण बन सकती है. यदि आपको बार-बार मुंह के छाले हो रहे हैं, तो आइए जानते हैं विस्तार से कि किन कारणों से बार-बार छाले होते हैं.

Mouth Ulcer Hone ke Karan: विटामिन B12 की कमी

विटामिन B12 की कमी के कारण मुंह में छाले हो सकते हैं. यह विटामिन शरीर के तंत्रिका तंतुओं और रक्त कोशिकाओं के लिए जरूरी होता है. इसकी कमी से मुंह के अंदर घाव या छाले हो सकते हैं.

विटामिन B12 के स्रोत: मांस, मछली, अंडे, दही और दूध.

Mouth Ulcer Hone ke Karan: विटामिन C की कमी

विटामिन C की कमी से शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता कमजोर हो सकती है, जिससे मुंह के छाले हो सकते हैं. इसके साथ ही, यह शरीर में घावों को ठीक करने की प्रक्रिया को भी धीमा कर सकता है.

विटामिन C के स्रोत: संतरा, नींबू, आंवला, शिमला मिर्च और टमाटर.

Mouth Ulcer Hone ke Karan: फोलिक एसिड की कमी

फोलिक एसिड की कमी से भी मुंह के छाले हो सकते हैं. यह विटामिन शरीर की कोशिकाओं को सही तरीके से बढ़ने में मदद करता है.

फोलिक एसिड के स्रोत: पालक, ब्रोकली, एवोकाडो और बीन्स.

Mouth Ulcer Hone ke Karan: जिंक की कमी

जिंक शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और घावों को जल्दी ठीक करने में मदद करता है. अगर शरीर में जिंक की कमी हो, तो यह मुंह के छालों का कारण बन सकता है.

जिंक के स्रोत: मांस, सीफूड, दालें, नट्स और बीज.

Iron की कमी

आयरन की कमी से भी मुंह में छाले हो सकते हैं. आयरन रक्त में ऑक्सीजन की आपूर्ति को सही बनाए रखता है और शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत करने में मदद करता है.

आयरन के स्रोत: पालक, रेड मीट, दालें, तिल और चुकंदर.

खानपान में बदलाव

कुछ खट्टे या मसालेदार खाद्य पदार्थ मुंह के अंदर छाले उत्पन्न कर सकते हैं, जैसे नींबू, टमाटर, ताजे फल, चॉकलेट, या ज्यादा मसालेदार भोजन. इनसे परहेज करने से छाले कम हो सकते हैं.

तनाव

ज्यादा तनाव लेने से भी मुंह में छाले हो सकते हैं. तनाव को कम करने के लिए ध्यान, योग, या मानसिक शांति के उपायों का पालन करें.