शब्बीर अहमद, भोपाल। चाइल्ड पोर्नोग्राफी (Child Pornography) को लेकर सीबीआई (CBI) ने मंगलवार को देश भर में कार्रवाई की। सीबीआई ने 14 राज्यों के लगभग 77 शहरों में एक साथ छापामार कार्रवाई की। इस दौरान चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े उन्हें कई सबूत मिले। इसमें इंटरनेशनल स्तर पर चलाए जाने वाले कई ग्रुप्स का पता चला है। क्या है ये पूरा मामला और चाइल्ड पोर्नग्राफी का कारण और इसमें सजा के प्रावधान क्या है देखिए इसी पर ये खास रिपोर्ट।
चाइल्ड पोर्नोग्राफी एक ऐसा अपराध है जो ना केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में ही तेजी से बढ़ रहा है। ड्रग्स के बाद जो सबसे चिंता का विषय है वो चाइल्ड पोर्नोग्राफी का अपराध दुनिया के लिए बना हुए हैं। भारत में भी एक बड़ा मामला सामने आया, जिसमें सीबीआई ने 83 आरोपियों के खिलाफ 23 अलग अलग मामले दर्ज किए हैं। इसके बाद लगभग 14 राज्यों के 77 शहरों में सीबीआई ने रेड की। जिसमें मध्य प्रदेश का ग्वालियर और छत्तीसगढ़ का कोरबा शामिल है। इस रेड के दौरान कई सारे तथ्य सीबीआई के सामने आए।
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सीबीआई को जांच में 50 से ज्यादा सोशल मीडिया ग्रुप्स मिले हैं। इन ग्रुप्स में हर दिन 5 हजार से ज्यादा अपराधी चाइल्ड पोर्नोग्राफी शेयर कर रहे हैं। 100 से ज्यादा देशों के नागरिक इन ग्रुप्स में जुड़े हुए हैं। इन ग्रुप्स में चाइल्ड पोर्नोग्राफी का व्यापार हो रहा है। सीबीआई ने रेड में कई जगहों से अब तक मोबाइल, लैपटाप समेत कई इलेक्ट्रानिक गैजेट्स बरामद किए है।
इस गोरख धंधे में आज भी कई बच्चे फंसे हुए
चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसे गोरख धंधे में आज भी कई बच्चे फंसे हुए हैं, जिनके वीडियो बनाए जाते फिर उनका व्यापार किया जाता है। इन बच्चों के इस तरह फसने का सबसे बड़ा कारण मानव तस्करी पर ढील देना है। लगातार बच्चे गायब हो रहे है उनकी मानव तस्करी की भी जानकारी सामने आती है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। हालांकि बच्चों के साथ होने वाले ऐसे अपराधों को लेकर कानून जरूर बनाए गए हैं।
फैक्ट फाइल
- 2012 में ऐसे अपराधों को देखते हुए पोस्को act लाया गया
- ये act 18 साल से कम उम्र के बच्चों को ऐसे अपराधों से बचाने के लिए लाया गया
- पोस्को act के सेक्शन 2 D के तहत कार्रवाई चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में की जाती है
- अगर कोई चाइल्ड पोर्नोग्राफी में संलिप्त पाया जाता है तो उसपर आईटी एक्ट के तहत भी कार्रवाई होती है
- इस तरह के मामले में 7 साल से उम्रकैद को सजा तक का प्रावधान है
- सजा के साथ साथ जूर्मने का भी इसमें प्रावधान है
देश में कानून है लेकिन इस पर कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया जाता है। जिस जगह से अपराध को रोका जा सकता है वाहा कोई कार्रवाई नहीं होती ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे अपराधों को रोका जाए तो कई बच्चों को चाइल्ड पोर्नोग्राफी के दलदल से बचाया जा सकता है। फिलहाल सीबीआई देश भर में इस मामले को लेकर कार्रवाई कर रही है।अगर सीबीआई अपनी कार्रवाई में सफल होती है तो साफ है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ा एक बड़ा रैकेट भी हाथ आ सकता है।
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