नई दिल्ली. सीबीआई ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों की जांच शुरू कर दी है. लोकपाल के संदर्भ को आधार बना जांच शुरू की गई है.
इस मामले में अभी कोई औपचारिक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज नहीं की गई है. सूत्रों ने कहा कि लोकपाल के रिफरेंस की जांच के बाद अगला कदम तय होगा. अगर मामला पुख्ता पाया गया तो सीधे एफआईआर भी हो सकती है. अभी यह देखा जा रहा है कि क्या आरोप पूर्ण जांच के योग्य हैं. यदि प्रथम दृष्टया ठोस मामला बनता है, तो सीबीआई इसे एफआईआर में बदल सकती है या पीई भी दर्ज की जा सकती है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों को लेकर महुआ के खिलाफ एक शिकायत के साथ लोकपाल का रुख किया था.
लोकपाल वेबसाइट पर कोई रेफरल ऑर्डर नहीं है महुआ मोइत्रा ने कहा कि लोकपाल अधिनियम के तहत न तो लोकपाल ने अपनी वेबसाइट पर कोई रेफरल आदेश अपलोड किया है और न ही सीबीआई ने कुछ आधिकारिक जानकारी दी है. मोइत्रा ने कहा कि उन्हें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि भ्रष्टाचार विरोधी निकाय लोकपाल, जो वर्तमान में पूर्णकालिक अध्यक्ष के साथ काम नहीं कर रहा है, ने शिकायत को सीबीआई को भेज दिया है.