भुवनेश्वर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के एक मामले में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी बिष्णुपद सेठी को शनिवार को तलब किया था. लेकिन सेठी अपने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए सीबीआई के समक्ष उपस्थित नहीं हुए. अगर आज वह सीबीआई के समक्ष पेश होते हैं तो आज उनसे पूछताछ की जा सकती है.

एससी/एसटी, सामाजिक सुरक्षा और विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण (एसएसईपीडी) और ओडिया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव के रूप में कार्यरत सेठी को 10 दिसंबर को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 179 के तहत एक नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उन्हें 11 दिसंबर को सीबीआई के भुवनेश्वर कार्यालय में उपस्थित होने का अनुरोध किया गया था. हालांकि, सेठी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे थे.

1995 बैच के अधिकारी सेठी से कोलकाता स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी चंचल मुखर्जी से जुड़े 10 लाख रुपये के रिश्वत मामले में पूछताछ की जा रही है. सीबीआई ने मुखर्जी और तीन अन्य व्यक्तियों के खिलाफ 7 दिसंबर को मामला दर्ज किया था. नई दिल्ली में सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक-II इकाई के जांच अधिकारी ने सेठी को भेजे नोटिस 11 दिसंबर को उपस्थित होने कहा था.

सूत्रों का कहना है कि अपने वकील के जरिए आईएएस अधिकारी ने पेश होने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है. जांच के सिलसिले में सीबीआई ने सेठी को सौंपे गए तीन आधिकारिक ड्राइवरों को भी तलब किया. ड्राइवरों में से एक नृसिंह चरण सत्पथी 9 दिसंबर को एजेंसी के सामने पेश हुए. सत्पथी ने पुष्टि की कि सीबीआई ने सेठी की गतिविधियों और उनके आधिकारिक आवास पर सीसीटीवी कैमरों की मौजूदगी के बारे में पूछताछ की थी.

सत्पथी के मुताबिक, आवास के बाहर ऐसा कोई उपकरण नहीं लगा था. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें सेठी के आधिकारिक ड्राइवर के रूप में सिर्फ़ दो महीने पहले ही नियुक्त किया गया था, जब अधिकारी की एसटी और एससी विकास विभाग में नियुक्ति हुई थी.

सत्पथी ने जांचकर्ताओं को बताया कि उन्होंने 7 दिसंबर को शाम 7.40 बजे सेठी को उनके आधिकारिक आवास पर छोड़ा था, उसी दिन चंचल मुखर्जी को शहर के एक आलीशान होटल के पास से गिरफ़्तार किया गया था. सीबीआई ने कथित तौर पर सेठी की दिनचर्या और यात्रा कार्यक्रमों के बारे में सत्पथी से पूछताछ की. ड्राइवर ने बताया कि सेठी आमतौर पर सुबह 10 बजे अपने दफ़्तर पहुँचते थे और दोपहर 2 बजे चले जाते थे, दोपहर में दूसरा ड्राइवर (तुषार नाम का) काम संभाल लेता था. उन्होंने कहा कि 7 दिसंबर को तुषार ने छुट्टी ले ली थी, इसलिए सत्पथी ने डबल शिफ्ट में काम किया.

जबकि सत्पथी ने पुष्टि की कि सीबीआई ने सेठी के वित्तीय लेन-देन के बारे में नहीं पूछा था, उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि वह सिर्फ़ अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन कर रहे थे और उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया था. दूसरे ड्राइवर तुषार से भी सीबीआई ने पहले पूछताछ की थी.