नई दिल्ली। रेलवे टेंडर जारी करने के नाम पर भ्रष्टाचार के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई ने मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) समेत कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, CBI ने पांच अधिकारियों समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन सभी के खिलाफ रेलवे टेंडर आवंटन के एवज में 11 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप है. साथ ही रिश्वत के एवज में इन्हें आभूषण भी दिए गए थे, जिसे बरामद किया गया है.
नई दिल्ली स्थित सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई III (AC-III) द्वारा शुरू की गई जांच के बाद ये गिरफ्तारियां की गई है. 4 जुलाई को दर्ज किए गए इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं और अन्य संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.
सीबीआई ने रिश्वत मामले में दर्ज एफआईआर के तहत शनिवार को कार्रवाई करते हुए गुंतकल डिविजन (आंध्र प्रदेश) के मंडल रेलवे प्रबंधक (डीआरएम) विनीत सिंह, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक (वरिष्ठ डीएफएम) कुंडा प्रदीप बाबू, तत्कालीन वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (वरिष्ठ डीईएन) समन्वय यू अक्की रेड्डी, कार्यालय अधीक्षक एम बालाजी और लेखा सहायक डी लक्ष्मी पाथी राजू को गिरफ्तार किया है.
सीबीआई ने 7 जगहों पर की छापेमारी
वहीं इस मामले में सीबीआई की तरफ से बेंगलुरू में मौजूद कंपनी सी. एन. आर. प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कुप्पम रमेशकुमार रेड्डी और हैदराबाद के रहने वाले बिचौलिए एन. रहमतुल्ला को भी हिरासत में लिया है. बता दें कि सीबीआई ने जांच के लिए गुंतकल, अनंतपुर, नेल्लोर, तिरुपति, हैदराबाद, सिकंदराबाद और बेंगलुरु में तलाशी ली, जिसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए. फिलहाल, मामले में जांच जारी है.
सीबीआई के डीएसपी जय कुमार भारतीय के अनुसार, गिरफ्तार अधिकारियों से आगे की पूछताछ की जा रही है. सीबीआई ने आश्वासन दिया है कि रेलवे डिवीजन के भीतर भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए जांच जारी रहेगी.
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