दिल्ली. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के एक नए निर्देश ने छात्रों और अभिभावकों की बेचैनी बढ़ा दी है। बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में शामिल होने को छात्र-छात्राओं के लिए एक जनवरी 2019 तक 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य कर दी है।
सभी प्रधानाचार्यों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि छात्रों की उपस्थिति मानक के अनुसार नहीं होने पर उन्हें परीक्षा से रोक दिया जाए। बोर्ड की ओर से इस प्रकार का आदेश पहली बार जारी किया गया है।
सीबीएसई के पत्र में कहा गया है कि यह निर्णय हाईकोर्ट के एक आदेश के बाद लिया गया है। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों में यह आदेश समान रूप से लागू होगा। हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीएसई ने स्कूल प्रशासन से दसवीं एवं बारहवीं के बोर्ड के छात्रों की उपस्थिति की गणना एक जनवरी 2019 तक पूरी करने को कहा है। बोर्ड की ओर से कहा गया है कि उपस्थिति कम रहने की दशा में वंचित किए गए परीक्षार्थी अपना पक्ष सीबीएसई के पास 15 जनवरी तक रख सकते हैं।