नई दिल्ली. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस में बदलाव किया है. जिसमें कई अध्याय हटाने के साथ नए पाठ्यक्रमों को जोड़ने का फैसला लिया गया है. इसी के साथ बोर्ड ने 11वीं और 12वीं के इतिहास और राजनीतिशास्त्र के सिलेबस से गुटनिरपेक्ष आंदोलन, शीतयुद्ध काल, अफ्रीकी-एशियाई देशों में इस्लामिक साम्राज्य का उदय, मुगल दरबारों का इतिहास और औद्योगिक क्रांति से जुड़े अध्याय हटाने का फैसला लिया है.

इसी तरह क्लास 10 के पाठ्यक्रम से कृषि पर वैश्वीकरण के प्रभाव नाम के मटेरियल को भी हटाया जाएगा. ये अभी तक “खाद्य सुरक्षा” के अंदर पढ़ाया जा रहा था. इसके अलावा बोर्ड ने “धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति-सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य” से फैज अहमद फैज की उर्दू में लिखी दो रचनाएं भी हटा दी है. “लोकतंत्र और विविधता” में शामिल सामग्री को भी बाहर कर दिया गया है.

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नोमैडिक एंपायर्स को किया गया शामिल

11वीं के इतिहास विषय में “लोकतंत्र और विविधता” के अंतर्गत शामिल “सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स” पाठ में अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामिक साम्राज्य के उदय और विस्तार से संबंधित जानकारी थी. अब इसकी जगह घुमंतू साम्राज्य (नोमैडिक एंपायर्स) को शामिल किया गया है. नोमैडिक एंपायर्स पाठ साल 2019 और उससे पहले भी इतिहास की पुस्तक में पढ़ाया जाता रहा है. लेकिन कोरोना के कारण पाठ्यक्रम घटाने के क्रम में 2020-21 और 2021-22 में इसे हटा दिया गया था. अब सीबीएसई ने इसे फिर शामिल करने का फैसला लिया है.

एनसीईआरटी की अनुशंसा पर लिया गया फैसला

पुराने विषयों को बदले जाने को लेकर सीबीएसई के अधिकारियों का कहना है कि सिलेबस को तर्कपूर्ण और तथ्यों से भरा बनाने के लिए ये फैसला लिया गया है. ये फैसला राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की अनुशंसा के आधार पर ही लिया गया है.