रायपुर। छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों और स्कूलों की लंबे समय से चली आ रही मांग आखिरकार पूरी हो गई है। राजधानी रायपुर में अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) का क्षेत्रीय कार्यालय शुरू हो गया है। इस कदम से प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों और सैकड़ों स्कूलों को बड़ा लाभ मिलेगा। यह उपलब्धि रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल के प्रयासों से संभव हो सकी है। अब प्रदेश के विद्यार्थियों और स्कूल प्रबंधन को CBSE से जुड़े कार्यों के लिए भुवनेश्वर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

पिछले कई वर्षों से छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी, विशेषकर बस्तर और सरगुजा जैसे सुदूरवर्ती अंचलों के बच्चे एवं स्कूल प्रबंधन, अपने कार्यों के समाधान के लिए भुवनेश्वर (ओडिशा) स्थित CBSE कार्यालय पर निर्भर थे। इससे उन्हें समय, धन और श्रम तीनों की हानि उठानी पड़ती थी।

इन कठिनाइयों को दूर करने का संकल्प सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने अपने सांसद पद की शुरुआत से ही ले लिया था। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से लगातार संवाद कर, पत्र लिखकर और व्यक्तिगत मुलाकातों के माध्यम से छत्तीसगढ़ में CBSE कार्यालय स्थापित करने की मांग की थी।

उनके दृढ़ संकल्प, दूरदर्शिता और सतत् प्रयासों का ही परिणाम है कि आज रायपुर में CBSE का क्षेत्रीय कार्यालय खुल गया है। इससे न केवल रायपुर, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लाखों विद्यार्थी और सैकड़ों स्कूल प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे।

इस अवसर पर सांसद अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आभार जताते हुए कहा है कि, यह कार्यालय छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव लाएगा। अब राज्य के विद्यार्थियों को किसी अन्य राज्य पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। रायपुर में ही उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान मिलेगा। यह कदम छत्तीसगढ़ के शैक्षिक उत्थान की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

छत्तीसगढ़ की जनता ने सांसद बृजमोहन अग्रवाल के इस अथक प्रयास के लिए उनका आभार व्यक्त किया है और इसे प्रदेश के शैक्षिक परिदृश्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।