दिनेश पटेल की तरह विनोद वर्मा की हो सकती है हत्या-भूपेश
रायपुर। कांग्रेस ने कथित सेक्स सीडीकांड मामले में के आरोपी पत्रकार विनोद वर्मा की जान को खतरा बताया है. कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आशंका जाहिर करते हुए ये आरोप लगाया है कि विनोद वर्मा की हत्या की साजिश हो रही है. जेल में भोजन में ज़हर देकर विनोद वर्मा को मारा जा सकता है. भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि हमे डर है कि जेल में विनोद वर्मा की पिटाई ना हो. चूंकि विनोद वर्मा ने कहा कि इस मामले में अभी कुछ और खुलासे होंगे और पिक्चर अभी बाकी लिहाजा उनके जान का खतरा बना हुआ है.
यही वजह है कि कोर्ट ने विनोद वर्मा के निवेेदन को स्वीकार करते हुए जेल के भीतर उन्हें स्पेशल सेल ने रखने की मांग को स्वीकार किया है. फिर भी कांग्रेस विनोद वर्मा की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. विनोद वर्मा के पास ढेर सारे तथ्य है वे अंतागढ़ टेपकांड मामले के खुलासे जुड़े रहे. लिहाजा उन्हें साजिश के तहत फंसाकर अंतागढ़ टेपकांड मामले को दबाने की सरकार कोशिश कर रही है. जिस तरीके से नंदकुमार पटेल के बेटे दिनेश पटेल कांग्रेस के कार्यकर्ता ना होते हुए कर दी गई थी. उसी तरह की आशंका विनोद वर्मा को लेकर बनी हुई. क्योंकि विनोद वर्मा कांग्रेस की मदद करने वाले व्यक्ति हैं और दिनेश पटेल की तरह वे एक बड़े खुलासा करने की तैयारी में थे. लिहाजा पुलिस ने उन्हें बिना एफआईआर के ही गिरफ्तार करती है. फिर उनके खिलाफ आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर कार्रवाई करती है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सीडी कहां से आई इसकी हमे कोई जानकारी नहीं है. एक महीने से वीडियो क्लिपिंग वायरल हो रही थी. सीडी की चर्चा 1 साल हो रही है. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है. पुलिस के अधिकारी भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं. भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि सरकार इस पूरे मामले में दोहरा रवैय्या अपना रही है. एक तरह सरकार सीडी को फर्जी बता रही है, तो दूसरी ओर सीबीआई जांच भी करा रही है. बीजेपी की ओर से षड़यंत्र रचा गया है. सीएम के कहने का बाद पुलिस ने ताबातोड़ कार्रवाई की है. सीडी कांड मामले की जानकारी सरकार पहले से थी.
हमे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है. इस मामले में जल्द ही कुछ खुलासे होंगे. कांग्रेस पार्टी विनोद वर्मा के साथ खड़ी है. विनोद वर्मा के जेल से बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं. विनोद वर्मा जब मीडिया से मुखातिब होंगे तो सीडी कांड के कई रहस्य बाहर आएंगे. चुंकि विनोद वर्मा का संबंध अंतागढ़ टेपकांड मामले के खुलासे है. लिहाजा सरकार ने ये कार्रवाई उन्हें प्रताड़ित करने के लिए की. अंतागढ़ मामला हो, नसबंदी मामला, पनामा मामला, झीरम घाटी मामले की सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से कराई जानी चाहिए. बीजेपी में एकता सिर्फ दिखाने के लिए है. अंदरखाने में सब गड़बड़ है.