रायपुर. 21 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन होता है. इसे विंटर सोलस्टाइस भी कहा जाता है. गूगल ने आज विंटर सोलस्टाइस पर डूडल बनाया है. विंटर सोलस्टाइस के दिन उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ी रात भी आज ही होती है. यह वही तारीख होती है, जब हमरी धरती सूरज से सबसे दूर होती है. सोलस्टाइस लैटिन शब्द सोल्सटाइन से बना है जिसका मतलब होता है ‘सूरज स्थिर है.’
इस दिन सूर्य कैप्रिकॉर्न सर्किल में पहुंचता है. यह एक दिन में नहीं होता है. 25 दिसंबर के बाद दिन बड़े होने लगते हैं. इससे पहले तक दिन छोटे और रातें बड़ी होती हैं. ऐसा कहते हैं कि इस तारीख को चंद्रमा की किरणें धरती पर ज्यादा देर तक और सूरज की किरणें समय से पहले चली जाती हैं.
वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती अपने एक्सिस पर साढ़े तेईस डिग्री झुकी है. इस दिन धरती के उत्तरी गोलार्ध से सूरज की दूरी ज्यादा हो जाती है. हिंदी परंपरा में कहते हैं कि इस दिन से सूर्य का दक्षिणायन से उत्तरायण दिशा में प्रवेश करता है. दुनियाभर के लोग कई सदियों से इस खास दिन को मना रहे हैं. विंटर सोलस्टाइस को मिडविंटर के नाम से भी जाना जाता है, 2018 का विंटर सोलस्टाइस इसलिए खास है क्योंकि दिसंबर में पूर्णिमा है, जिसे शीत चंद्रमा भी कहा जाता है.