नई दिल्ली। फिल्म पद्मावती को लेकर डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की मुश्किलें कम होने की बजाय और भी बढ़ती जा रही है. कई संगठनों और दलों के विरोध के बीच अब सेंसर बोर्ड के एक सदस्य ने गृहमंत्री को चिट्ठी लिखकर न सिर्फ अपनी आपत्ति जताई है बल्कि भंसाली पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
बताया जा रहा है कि सेंसर बोर्ड के सदस्य अर्जुन गुप्ता ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में उन्होंने फिल्म के निर्माताओं पर रानी पद्मावती की छवि खराब करने का आरोप लगाया है. उन्होंने गृहमंत्री से मांग की है कि फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए.
इससे पहले करणी सेना के साथ ही राजस्थान के कई पूर्व राजघरानों ने भी फिल्म पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी. यही नहीं भाजपा और कांग्रेस ने भी फिल्म के प्रदर्शन से पहले राजपूत समाज के प्रतिनिधियों को दिखाए जाने की मांग की थी.
भाजपा की फायरब्रांड नेता और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने भी फिल्म पर अपनी आपत्ति जताते हुए ट्वीटर पर एक खुला खत लिखा था जिसमें उन्होंने लिखा है कि अलाउद्दीन खिलजी एक व्यभिचारी हमलावर था. उसकी बुरी नजर पद्मावती पर थी.उमा भारती ने एक के बाद एक कई ट्वीट भी किए. इनमें लिखा है, ‘रानी पद्मावती के विषय पर मैं तटस्थ नहीं रह सकती’ मेरा निवेदन है कि पद्मावती को राजपूत समाज से न जोड़कर भारतीय नारी की अस्मिता से जोड़ा जाए. क्यों न रिलीज़ से पहले इतिहासकार, फ़िल्मकार और आपत्ति करने वाले समुदाय के प्रतिनिधि और सेंसर बोर्ड मिलकर कमिटी बनाएं और इस पर फैसला करें. मैं अपनी बात पर अडिग हूं, भारतीय नारी के सम्मान से खिलवाड़ नहीं. भूत, वर्तमान और भविष्य -कभी भी नहीं. कुछ बातें राजनीति से परे होती हैं, हर चीज़ को वोट के चश्मे से नहीं देख सकती. मैं तो आज की भारतीय महिला हूं. जिस स्थिति में होंगी, भूत वर्तमान और भविष्य के स्त्रियों के सम्मान की चिंता ज़रूर करूंगी.