नई दिल्ली . प्रदेश कांग्रेस ने नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के आंकड़ों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली पूरे देश में महिलाओं के प्रति अपराध में नंबर एक पर पहुंच गई है, जबकि दिल्ली देश की राजधानी है और इसकी कानून व्यवस्था सीधे तौर पर केंद्र सरकार के अधीन है.

केंद्र सरकार दिल्ली में कानून व्यवस्था संभालने और महिला सुरक्षा के मामले में फेल हो गई है. इस मामले में कांग्रेस ने दिल्ली की आप सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा में गत 10 साल के दौरान एक बार भी कानून व्यवस्था पर चर्चा नहीं कराई गई है. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, पूर्व विधायक मुकेश शर्मा, अल्का लांबा, चतर सिंह व अनुज आत्रेय ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि निर्भया मामले के दौरान भाजपा व आप ने पूरी दिल्ली को जाम कर दिया था.

 उनके नेता लगातार मोमबत्तियां जला रहे थे, लेकिन अब महिला अपराध के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. इससे साबित होता है कि इन दोनों दलों के नेताओं ने महिलाओं के साथ हमदर्दी की बजाय सत्ता हासिल करने के लिए सड़कों पर उतरने का नाटक किया था. लवली ने एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पूरे देश में दिल्ली के महिला अपराध में नंबर एक पर होना शर्म की बात है. दरअसल दिल्ली पुलिस में 13000 से अधिक पद खाली हैं. इस कारण अपराध में बढ़ोतरी दर्ज हुई है. भाजपा केवल राजनीति करती है और अपनी सरकार व गृह मंत्री से सवाल करने से डरती है, जवकि कांग्रेस के नेता महिला सुरक्षा पर उनके साथ गृहमंत्री से मिलने के लिए चलने को तैयार हैं.