Avian influenza: झारखंड की राजधानी रांची में बर्ड फ्लू (bird flu) ने कोहराम मचा रखा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रांची के सिर्फ एक सरकारी पोल्ट्री फार्म होटवार में 1,745 मुर्गियों सहित करीब 2,196 पक्षियों को मारना पड़ा। वहीं 1697 अंडे भी नष्ट कर दिए गए। अधिकारियों ने बताया कि इनके सैंपल में एच5एन1(H5N1) की मौजूदगी पाई गई थी। डॉक्टरों और छह स्टाफ सदस्यों को रांची के जेएसआईए भवन में क्वारंटीन कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक जेएसआईए सरकारी भवन को बर्ड फ्लू वार्ड में बदल दिया गया है। इसी बीच देश में बर्ड फ्लू की संभावित खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सतर्कता बरते हुए लोगों से कच्चे दूध का सेवन न करने की सलाह दी है। साथ मांसाहारी भोजन पर्याप्त तापमान पर पकाकर खाने की सलाह दी है।
Prajwal Revanna sex scandal Case: पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा के पोते प्रज्वल JDS से सस्पेंड, SIT कर रही है मामले की जांच
केंद्र ने राज्यों से कहा है कि अभी तक के मौजूदा साक्ष्य बताते हैं कि इन्सानों तक एवियन इन्फ्लूएंजा को पहुंचने से रोका जा सकता है। अमेरिका के करीब आठ राज्यों में संक्रमित मवेशियों के दूध में वायरस की पुष्टि हुई है। भारत के केरल, झारखंड और महाराष्ट्र के कुछ जिलों में भी यह संक्रमण पाया गया है। ऐसे में लोगों को दूध को अच्छे से उबालकर सेवन करने की सलाह दी है। ऐसा करने से मनुष्यों में वायरस के संचरण को रोकने में मदद मिलेगी।
केंद्र ने टीकाकरण के दिए आदेश
स्वास्थ्य महानिदेशक ने कहा है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। मौसमी और एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस पर भी निगरानी रखी जा रही है। मंत्रालय ने राज्य सरकारों को एच1एन1 मामलों से निपटने वाले स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के टीकाकरण के लिए भी सलाह दी है। अभी तक देश के किसी भी जिले में चिंताजनक हालात सामने नहीं आए हैं लेकिन एहतियात के तौर पर सह बीमारी, मासूम बच्चे और बुजुर्गों की निगरानी रखना बहुत जरूरी है।
CM नीतीश ने मुस्लिमों को चेतायाः बोले- मुसलमान याद रखें, अगर हमको खत्म कर देंगे तो…
क्या है बर्ड फ्लू?
- बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लुएंजा भी कहते हैं, जो एक वायरल इन्फेक्शन है। ये पक्षियों से पक्षियों में फैलता है और ज्यादातर पक्षियों के लिए जानलेवा भी साबित होता है।
- अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, बर्ड फ्लू आमतौर पर जंगली पक्षियों के जरिए पालतू पक्षियों में फैलता है। सीडीसी का कहना है कि ये वायरस पक्षियों की आंतों या श्वसन तंत्र पर हमला करता है और उन्हें बीमार कर देता है। कई मामलों में इससे पक्षियों की मौत भी हो जाती है।
- ये वायरस भी आम वायरस की तरह ही फैलता है। सीडीसी का कहना है कि संक्रमित पक्षी की लार, नाक से निकलने वाला लिक्विड या मल के जरिए वायरस फैल सकता है. ऐसे में जब दूसरा पक्षी इससे संपर्क में आता है, तो वो भी संक्रमित हो सकता है।
- BIG BREAKING: Amit Shah फेक वीडियो केस में AAP और कांग्रेस से जुड़े दो लोग गिरफ्तार, अहमदाबाद साइबर टीम की बड़ी कार्रवाई
क्या इंसानों में भी फैल सकता है?
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू A टाइप का इन्फ्लुएंजा वायरस है, जो इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है। जब कोई इंसान किसी संक्रमित पक्षी से सीधे तौर पर संपर्क में आता है तो उसके भी बर्ड फ्लू से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
- सीडीसी के मुताबिक, अभी तक इंसानों के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने के मामले कम ही सामने आए हैं। हालांकि इंसान भी बर्ड फ्लू से संक्रमित हो सकते हैं।
- बर्ड फ्लू का सबसे खतरनाक वायरस H5N1 होता है। H5N1 से संक्रमित होने पर ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक