नई दिल्ली। रूस के हमले के बाद बड़ी संख्या में यूक्रेन से लौट रहे भारतीय मेडिकल छात्रों की परेशानी और उनके पालकों के आग्रह को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि गरीब व मध्यम वर्ग के बच्चों को ध्यान में रखते हुए प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेजों के बराबर ही फीस लगेगी.

बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले ने भारत में मेडिकल शिक्षा की पोल खोलकर रख दी है. हमले की वजह से यूक्रेन में बड़ी संख्या में मेडिकल कोर्स कर रहे भारतीय छात्र अब घर वापस लौट रहे हैं. भारत में मेडिकल कॉलेजों की कमी की वजह से मजबूरी में भारत से हजारों की संख्या में छात्र न केवल यूक्रेन में बल्कि रूस सहित पूर्ववर्ती सोवियत संघ से अलग होकर बने देशों में हर साल पढ़ाई के लिए जाते हैं.

इसे रूसी हमले के दौरान मारे गए मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा के पिता ने बया किया था. उन्होंने बताया कि 96 प्रतिशत हासिल करने के बाद भी उनके बेटे को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं मिला. यही नहीं भारत में मेडिकल की पढ़ाई के लिए जो फीस देनी पड़ती है, उसके काफी कम फीस में बच्चे बाहर में पढ़ाई कर लेते हैं. उन्होंने सरकार से इस दिशा में कदम उठाने की बात कही थी.