मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को देर रात देर रात महाड की एक अदालत ने जमानत दे दी. केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री राणे को महाराष्ट्र पुलिस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की टिप्पणी करने पर गिरफ्तार किया था. राणे पिछले 20 वर्षों में गिरफ्तार होने वाले पहले केंद्रीय मंत्री हैं.

बता दें कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने जन अधिकार यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि आजादी के कितने साल हो गए, ये कोई कैसे भूल सकते हैं. मैं होता को कान के नीचे थप्पड़ लगाता. इस टिप्पणी के बाद विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी. शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राणे के खिलाफ नासिक, पुणे और महाड़ में तीन एफआईआर दर्ज कराई थीं.

मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए राणे ने रत्नागिरी कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसने अदालत ने खारिज कर दिया. जिसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट में लगाई गई उनकी जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार दिया था. अदालत में अग्रिम जमानत का विकल्प खत्म हो जाने के बाद नासिक पुलिस के विशेष दस्ते ने रत्नागिरी जाकर उन्हें हिरासत में ले लिया था.

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‘सामना’ के जरिए साधा राणे पर निशाना

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में नारायण राणे के गिरफ्तारी के बाद निशाना साधते हुए ‘हेकड़ी’ निकल जाने की बात कही है. अग्रिम जमानत नहीं मिलने का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि यही नारायण राणे कहा करते हैं कि वे नार्मल आदमी नहीं हूं, केबिनेट मंत्री हूं, पुलिस मुझे गिरफ्तार नहीं कर सकती है. लेकिन महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.  वहीं भाजपा प्रवक्ता राम कदम ने शिवसेना पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है.

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