रायपुर। केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने भूपेश सरकार पर धान खरीदी को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सोच समझकर घोषणा करनी चाहिए थी. चूंकि घोषणा की है, उसे ये अब पूरा करें. सड़क के रास्ते दिल्ली जाकर प्रदर्शन करने की बात कर रहे हैं. मैंने देखा है जब भूपेश बघेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब से लगातार ऐसी नौटंकी करते आये हैं. आज भी मैं इसे उनकी नौटंकी कहती हूं.

मंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि सरकार बनाने के पहले कांग्रेस ने किसानों के सामने जो झूठे वादे किये हैं. हमारी जब सरकार थी, हमने 2100 रुपये प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य देने की बात कहीं थी, लेकिन केंद्र सरकार की पॉलिसी की वजह से हम तीन साल नहीं दे पाए. इसका खामियाजा भी हमे भुगतना पड़ा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे में मुख्यमंत्री को स्वयं समझना चाहिए कि केंद्र की पॉलिसी क्या है.

उन्होंने कहा कि मैं भी मंत्री हूँ. केंद्र सरकार में छत्तीसगढ़ से इकलौती मंत्री हूं, कभी किसी समस्या पर उन्होंने मुझसे 5 मिनट नहीं मांगा. राज्य की किसी समस्या पर मेरे साथ बैठकर 5 मिनट चर्चा नहीं की. मैं भी चाहती हूं छत्तीसगढ़ का विकास हो. किसानों को किस तरह से कोई दिक्कत न हो. युवाओं-महिलाओं का कोई नुकसान न हो, विकास अवरुद्ध ना हो लेकिन इसके लिए समन्वय का रास्ता सबसे उचित रास्ता है, लेकिन मैं इस सरकार में समन्वय का अभाव देख रही हूं, जहां इन्हें समन्वय बनाना है, वहां ये अनाप-शनाप बयान बाजी करते हैं.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कल मैंने सोशल मीडिया के जरिये देखा कि पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ जिस तरह की टिप्पणी कर रहे थे, प्रधानमंत्री के खिलाफ भी ऐसी टिप्पणी करते हैं, आप उन दिनों के बारे में सोचिए कि जब देश में मनमोहन सिंह की सरकार थी, तब केंद्र से आने वाले मंत्री छत्तीसगढ़ के काम की तारीफ करके जाता था. आज ऐसा क्या कारण है कि दोनों सरकारों के बीच समन्वय नहीं बन पा रहा है.

मंत्री ने कहा कि किसानों का अहित हम भी नहीं चाहते हैं. हम चाहते हैं कि किसानों को लाभ मिले. प्रधानमंत्री ने ये भी कहा है कि किसानों की आय हम दोगुनी करेंगे. केंद्र सरकार इस काम को कर रही है. प्रदेश सरकार जिस तरह से जिद करके बैठी है, ये अनुचित है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रधानमंत्री के साथ बैठकर प्रेम से बात करनी चाहिए. निवेदन करना चाहिए. लेकिन यहां से लोगों को ले जाकर प्रदर्शन करना. देश को यह बताना कि केंद्र चावल नहीं ले रही ये गलत है. हमारा मूल मंत्र यही है कि सबका साथ, सबका विकास. छत्तीसगढ़ की जनता इससे अलग नहीं है.