नई दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पीएम मोदी से वैक्सीन की तैयारी को लेकर बात हुई. तीसरे चरण के ट्रायल पर हमारी नजर है. पीएम मोदी को सभी वैक्सीन कमियां और ताकत बताई. सीरम इंस्टीट्यूट सबसे पहले देश के लिए वैक्सीन बनाएगा. हम अगले दो हफ्तों में कोवीशील्ड के आपातकालीन उपयोग के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया में हैं.
टीके के उत्पादन के बारे में प्रधानमंत्री बहुत कुछ जानते हैं. सीरम के सीईओ ने बताया कि टीके और टीके के उत्पादन के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को पहले से काफी कुछ जानकारी थी. चर्चा के दौरान हम भी हैरान थे कि वो पहले से ही इतना कुछ कैसे जानते हैं. पूनावाला ने कहा कि यही वजह रही कि बैठक में बहुत अधिक विस्तार से जानकारी नहीं देनी पड़ी. हमारी नई फैसिलिटी से प्रधानमंत्री बेहद प्रभावित दिखे.
अदार पूनावाला ने कहा कि ऑक्सफोर्ड से जुड़ी वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है, हम हर रोज पांच से छह करोड़ डोज बना रहे हैं. लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के इंतजान किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी वैक्सीन की तैयारियों से संतुष्ट नजर आए. जुलाई तक हमारा तीस से चालीस करोड़ वैक्सीन बनाने का लक्ष्य है.
भारत और कोवैक्स देशों में सबसे पहले उपलब्ध कराएंगे टीका अदार पूनावाला ने कहा कि भारत में वैक्सीन शुरू में वितरित की जाएगी, फिर हम कोवैक्स (COVAX) देशों में वितरित करेंगे, जो मुख्य रूप से अफ्रीका में हैं. एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड की ओर से यूके और यूरोपीय बाजारों में दवा उपलब्ध कराने पर भी ध्यान रखा जा रहा है. हमारी प्राथमिकता भारत और कोवैक्स देश हैं.
बता दें कि भारत में कोरोना के टीके के विकास की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी तीन शहरों की यात्रा की. पीएम सबसे पहले अहमदाबाद के निकट जाइडस कैडिला की उत्पादन इकाई में गए. प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद से करीब 20 किमी दूर स्थित जाइडस कैडिला के चांगोदर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित अनुसंधान केंद्र में टीके के विकास की प्रक्रिया का अवलोकन किया. इस दौरान मोदी ने पीपीई किट पहन रखी थी. अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुणे पहुंचे. यहां उन्होंने कोरोना वायरस वैक्सीन के विकास और निर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने वैक्सीन के लॉन्च के समय, उत्पादन और वितरण व्यवस्था का जायजा लिया.