बालोद। महामाया थाने क्षेत्र से इस वक्त की बड़ी खबर निकलकर सामने आई है. महामाया माइंस में काम दिलाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों में से 41 लोगों को जेल भेज दिया गया है. 43 आंदोलनरत महिलाओं को बेल मिली.

बीते 1 मार्च से रोजगार की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर 4 मार्च से 7 मार्च तक माइंस की गाड़ी को रोक चक्का जाम किया गया था. बीएसपी प्रबंधन से आश्वासन मिलने पर धरना स्थगित किया गया. 9 मार्च से दोबारा धरना प्रदर्शन और चक्काजाम किया था. आज सुबह गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 41 लोगों को जेल भेज दिया गया है.

जानकारी के अनुसार चक्काजाम कर रहे महिला पुरुषों को काफी समझाया गया कि चक्काजाम बंद कर दें. 10 माह की मोहलत भी बीएसपी के द्वारा मांगी गई, लेकिन ग्रामीणों द्वारा जल्द काम में रखे जाने के विरोध में आंदोलन करते रहे.

महामाया पुलिस ने 43 महिला और 41 पुरुषों को गिरफ्तार कर अस्थाई रूप से बनाये गए थाने दल्लीराजहरा के ओपन थियेटर ले आए, जिसमें अपनी माताओं के साथ कुछ दूधमुंहे बच्चे भी थे, जिसके बाद न्यायालय में पेस किया गया. जहां किसी ने भी बेल के लिए आवेदन नहीं किया, जिसके बाद 41 लोगों को जेल भेज दिया गया.