सत्यपाल राजपूत, रायपुर। कोरोना काल में स्कूलें बंद कर दी गई थी. इस दौरान शिक्षकों ने छात्रों को आनलाइन पढ़ाई कराई. लेकिन इस पढ़ाई का मूल्यांकन नहीं हो पाया और न ही उपस्थिति का अवलोकन किया जा सका. इस कारण 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा का पैर्टन बदल दिया गया है. अब छात्रों को प्रोजेक्ट दिया जा रहा है. छात्रों को 6 में से 4 प्रोजेक्ट जमा करना अनिवार्य किया गया है. जो छात्र चार प्रोजेक्ट जमा करेगा वह परीक्षा में बैठ पाएगा. प्रोजेक्ट को छात्रों की मानक उपस्थिति माना जाएगा.

पहले असाईमेंट में 94 प्रतिशत छात्रों ने प्रोजेक्ट जमा किया है. दूसरे में अब तक 60 प्रतिशत प्रोजेक्ट जमा हो चुका है. सिलेबस को 6 माह के लिए 6 भाग में बांटा गया है. सिलेबस सितंबर से फरवरी तक निर्धारित किया गया है. वहीं 30 प्रतिशत कोर्स कटौती के बाद 60 प्रतिशत कोर्स परीक्षा का आधार होगा.

माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल ने बताया कि ऑनलाईन पढ़ाई का अवलोकन प्रोजेक्ट के माध्यम से किया जा रहा है. कोरोना कॉल में पिछले कोर्स को देखते हुए अलग-अलग विषयों में 30-40 प्रतिशत कटौती की गई है. 60 प्रतिशत सिलेबस को आधार बनाकर 6 माह के लिए 6 प्रोजेक्ट विद्यार्थियों को दिया जाएगा.

निर्धारित समय अनुसार, असाईमेंट का विषय वेबसाइट में अपलोड कर दिया जा रहा है. इसके बाद छात्रों प्रोजेक्ट स्कूलों में जमा करना है. पहला प्रोजेक्ट पूरा हो गया है. 94 प्रतिशत दोनों बोर्ड के बच्चों ने असाईमेंट जमा कर दिया है. दूसरी असाईमेंट प्रक्रियाअधीन है.

गोयल ने कहा कि 20-20 नंबर का विषय वार सितंबर से फरवरी तक एक असाईमेंट दिया जाएगा. इसके 30 नंबर बोर्ड परीक्षा के मुख्य परीक्षा में जोड़ा जाएगा. इस प्रक्रिया में कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान देने के लिए आदेश जारी किया है.