रायपुर. 15 सालों के वनवास के बाद जब सत्ता मिली और वह भी इतने अपार बहुमत से तो सहसा विश्वास ही नहीं हुआ. इसके बाद प्रदेश की कमान संभालने की बारी तो भी यह मानो सपने के समान था, जिसका कभी हकीकत में तब्दील होना भी असंभव लगता था. यह स्थिति प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल की थी, जब कांग्रेस भवन में कांग्रेस ऑब्जर्वर मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें कांग्रेस विधायक दल के साथ-साथ आलाकमान की भी मुख्यमंत्री के तौर पर पसंद बताया. अपने जुझारू स्वभाव के लिए जाने जाने वाले भूपेश बघेल मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भावुक हो गए,