सुप्रिया पांडेय, रायपुर। लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही रायपुर के बाजारों में खचाखच भीड़ नजर आ रही है. जनता की इस भीड़ को देख कर कहीं नहीं लगता कि इन्हें कोरोना संक्रमण का जरा सा भी भय है. छत्तीसगढ़ में बीते दो दिनों से करीब 10 हजार से ज्यादा कोरोना के केसस आ रहे हैं.  राजधानी में हर रोज 3 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं. इस बीच जिस तरह से भीड़ देखने को मिल रही है, इससे अब ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में कोरोना का बड़ा विस्फोट होने वाला है.

इसे भी पढ़ें: VIDEO: कलेक्टर साहब! अभी ‘जिंदा’ हैं, तो जी लेने दो, थोड़ा सा ‘जाम’ भी पी लेने दो

बाजारों में व्यापारी लगातार चूना लगा रहे

रायपुर के ज्यादातर बाजारों में बेतहाशा भीड़ है, लेकिन लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशासनिक टीम नजर नहीं आ रही है. जिला प्रशासन ने कालाबाजारी पर लगाम कसने के लिए 9 टीमें बनाई गई हैं, लेकिन टीम नाम मात्र की हैं. बाजारों में होने वाली कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए कोई टीम मौजूद नहीं है. व्यापारी लगातार लोगों को चूना लगा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें: सावधान : तालाबों में अगर इत्मीनान से घिस रहे हैं गुड़ाखू, लार की बूंदें आपको भी कर सकती हैं संक्रमित!

बाजारों में सामानों का दाम डबल

रायपुर के कई बाजारों में सामानों का दाम डबल कर दिया गया है.  सब्जी से लेकर चावल, दाल समेत अन्य सामानों  में बेतहाशा वृध्दि हुई है. लोगों को खुलेआम चूना लगाया जा रहा है. आम जनता से लेकर गरीब तबके के लोग सामानों की कीमतों को लेकर परेशान हैं, लेकिन प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है.

बाजारों में गाहकों की जेबें खाली !

लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने बाजारों में ग्राहकों से बातचीत की. बाजार में उपस्थित लोगों से मार्केट का हाल जाना. इस दौरान कई चौकाने वाली जानकारियां मिली. उन्होंने कहा कि पहले से परेशान थे. अब फिर से व्यापारियों ने सामानों का रेट बढ़ा दिया है. ऐसे में प्रशासन को नींद से जागने की जरूरत है, ताकि गाहकों की जेबें खाली न हो.

इसे भी पढ़ें: Big Breaking : रायपुर, दुर्ग के बाद अब इस जिले में संपूर्ण लॉकडाउन, व्यापारी और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कलेक्टर ने लिया फैसला…

गरीब तबके के लोगों को रुलाएगी मंहगाई 

लॉकडाउन को लेकर राजधानी के लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई है. कुछ लोग रायपुर कलेक्टर एस भारतीदासन के फैसले का समर्थन करते हुए नजर आए, तो कुछ लोगों ने कहा कि लॉकडाउन की घोषणा काफी पहले करनी थी. प्रशासनिक अमले को तब ध्यान आया जब संक्रमण के मामले ज्यादा गंभीर हो गए. उससे पहले प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. भीड़ को नियंत्रित नहीं किया. लॉकडाउन में सबसे ज्यादा नुकसान अगर किसी को होगा तो गरीबों को होगा.

सुनिए क्या कहती है रायपुर की जनता…

 

 

जिला प्रशासन के आदेशों की उड़ रही धज्जियां…

आदेश कॉपी-2

 

read more- Coronavirus Effect: Maharashtra Migrant Workers Heads home Amid Fears of Another Lockdown

स्पोर्ट्स की ये खबरें जरूर पढ़ें

मनोरंजन की ये खबरें जरूर पढ़ें