मनेंद्र पटेल, दुर्ग. भिलाई शहर के सिविक सेंटर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा से 50 लाख कीमत के गहने चोरी होने का मामला सामने आया है. पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार बैंक के लॉकर से ही यह गहने चोरी हुए हैं. इस घटना की शिकायत पीड़ित ने 22 अप्रैल को भिलाई नगर थाने में की थी, लेकिन अब तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है.
दरअसल भिलाई के सेक्टर 5 निवासी दरोगा सिंह ने बताया कि वह साल 1991 से बैंक ऑफ बड़ौदा के सिविक सेंटर शाखा में लॉकर का उपयोग करते आ रहे हैं. 17 जनवरी 2025 को बैंक कर्मियों ने उन्हें फोन कर जानकारी दी कि उनका लॉकर ठीक से काम नहीं कर रहा है और उसमें रखे आभूषणों को दूसरे लॉकर में शिफ्ट करना होगा.

लॉकर में दरोगा सिंह की पत्नी श्यामा सिंह और बेटी आराधना सिंह के कीमती सोने रखे हुए थे. गहनों को बैंक कर्मियों की उपस्थिति में दूसरे लॉकर में रखा गया, लेकिन 22 अप्रैल को जब दरोगा सिंह बैंक पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. लॉकर से गहने दो पैकेट गायब थे. जब उन्होंने बैंक कर्मियों से पूछताछ की तब बैंक कर्मी बात टालने लगे. इससे परेशान होकर उन्होंने तुरंत भिलाई नगर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई और जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मिलकर भी पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी.
जांच में जुटी है पुलिस, बैंक अधिकारी कर रहे गुमराह
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई. बैंक की सीसीटीवी फुटेज, लॉकर ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड और बैंक स्टाफ के बयानों की जांच शुरू कर दी गई है. बताया जा रहा कि बैंक अधिकारी गुमराह कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि गायब हुए जेवरात की असली कीमत कितनी है, फिलहाल पीड़ित परिवार ने इसे लगभग 50 लाख रुपए बताई है.

एचएससीएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी है पीड़ित
पीड़ित दरोगा सिंह एचएससीएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि पुलिस और बैंक अधिकारी निष्पक्षता से जांच कर उनके गहने जल्द वापस दिलाएंगे, लेकिन बैंक के लॉकर से ही कीमती गहने पार हो जाना बैंकों की विश्वनीयता और सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है.
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