रायगढ़। जिले के खरसिया में  क्रेशर संचालक राजेश अग्रवाल की क्षत-विक्षत लाश उसके क्रेशर खदान के पास पड़ी मिली थी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल की ओर रवाना हुई. मामले की पूरी जानकारी लेकर आरोपी की पतासाजी शुरु की गई. पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से जिले में नाकेबंदी की गई.

मौके पर पहुंची पुलिस टीम द्वारा पूछताछ में मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि मृतक राजेश अग्रवाल प्रतिदिन की तरह आज सुबह बानीपाथर स्थित अपनी क्रेसर खदान गया था. इनकी खदान से लगी हुई धोबीलाल मवार की जमीन है. धोबीलाल मवार क्रेशर खदान से जमीन प्रभावित होने पर राजेश अग्रवाल से रंजिश रखता था.

पुलिस टीम द्वारा संदेही धोबीलाल मवार की पतासाजी उसके घर, गांव में की आई जो घर एवं गांव से नदारद था. पुलिस को राजेश अग्रवाल की हत्या में धोबीलाल मंझवार होने का संदेह पुख्ता हुआ, जिसकी गिरफ्तारी के लिए थाना जिला पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से थानाक्षेत्र की घेराबंदी कर पुलिस की टीमें सुरक्षा उपाए के साथ बानीपाथर जंगल में संदेही की पतासाजी के लिए निकली. आरोपी को खून से सने कपड़ों के साथ जंगल में घेराबंदी कर पकड़ा गया.

आरोपी से घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी की जब्ती की गई है. आरोपी धोबीलाल मवार पिता जमीन संबंधी विवाद को लेकर कुल्हाड़ी से राजेश अग्रवाल के सिर, चेहरे गला पर ताबड़तोड़ हमला कर हत्या करना और गिरफ्तारी से बचने जंगल में छिपना कबूल किया है, जिसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जा रहा है.

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