शिवम मिश्रा, रायपुर। एकतरफा प्यार में सिरफिरे युवक ने पहले महिला के बेटे का अपहरण किया था. मामले में परिजनों के रिपोर्ट दर्ज कराने से पहले ही आरोपी ने मासूम को दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतार चुका था. क्राइम, साइबर यूनिट और उरला थाना की टीम ने आरोपी को ट्रेस कर महाराष्ट्र से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.

जानकारी के अनुसार, थाना उरला में 5 अप्रैल की रात्रि लगभग 8 बजे प्रार्थी जयेंद्र चेतन द्वारा सूचना दी कि उसका पड़ोसी पंचराम सुबह 10 बजे उसके घर आया और दोनों बेटों दिव्यांश (6 वर्ष) और हर्ष चेतन (4 वर्ष) को घूमाने के नाम पर बाइक में लेकर गया था. आधे घंटे बाद दिव्यांश को छोड़कर चला गया, लेकिन हर्ष चेतन को लेकर चला गया. काफी देर तक बेटे के साथ युवक के वापस नहीं लौटने पर थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई. थाना उरला में अपराध पंजीबद्ध कर तत्काल अपहृत बच्चे और संदेही पंचराम की खोजबीन शुरू की गई.

तकनीकी जानकारी के आधार पर पंचराम के महाराष्ट्र में होने की जानकारी मिलने के बाद टीम ने 7 अप्रैल को रात्रि में नागपुर के पास पंचराम को ट्रेस कर हिरासत में लिया. पूछताछ में पंचराम ने बताया कि 5 अप्रैल को सुबह लगभग 10 -10:30 बजे बालक हर्ष चेतन को अपने साथ ले जाने के लगभग आधे घंटे बाद ही जिला बेमेतरा के ग्राम हसदा स्थित मरघट के पास मिट्टी तेल डालकर हत्या कर फरार हो गया था. आरोपी पंचराम की निशानदेही पर बालक हर्ष चेतन का शव बरामद किया गया.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी पंचराम मृत बालक की मां से एकतरफा प्रेम के चलते वह बच्चों को रास्ते से हटाना चाहता था, जिससे महिला उसके पास आ जाए. यही वजह है कि उसने पहले छोटे बालक को मौत के घाट उतारा, जिसके बाद वह महिला के बड़े बेटे को भी मरना चाहता था, इसे अंजाम देने से पहले ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. दो बेटों के अलावा महिला की एक ढेड़ साल की बेटी भी है, जिसे आरोपी अपने साथ रखने को तैयार था. लेकिन लड़कों को अपने साथ नहीं रखना चाहता था. हालांकि, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस घटना से सभी तथ्यों पर जांच के बाद कि कुछ कहने की बात कह रही है.