रायपुर. प्रदेश में 12 नंवबर को होने वाले विधानसभा के पहले चरण के चुनाव के लिए दांव आजमा रहे 190 में से 187 के नामांकनों के साथ जमा किए गए दस्तावेजों का विश्लेषण करने के बाद छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने आपराधिक मामलों पर भी प्रकाश डाला है.

जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, 187 प्रत्याशियों में से 15 (8%) आपराधिक मामलों वाले और 8 (4%) उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामलों वाले है. राजनीतिक दलों में कांग्रेस पार्टी में न केवल सबसे ज्यादा आपराधिक मामलों वाले बल्कि गंभीर आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. इनकी संख्या क्रमश: 18 में से 7 (आपराधिक) और 4 (गंभीर आपराधिक) है. इसके बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का नंबर है, जिसके 10 प्रत्याशियों में से 3 पर आपराधिक मामले और 2 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है.

35 प्रत्याशियों ने किया है पीजी

प्रत्याशियों की ओर से नामांकन के साथ जमा किए गए दस्तावेजों के अनुसार, प्रथम चरण में उतरे 35 प्रत्याशी पोस्ट ग्रेजुएट और 19 ने ग्रेजुएट हैं. 50 प्रत्याशियों ने 12वीं तो 28 ने 10वीं पास किया है. 31 प्रत्याशियों ने 8वीं तो 10 प्रत्याशी महज 5वीं पास हैं. साक्षर प्रत्याशियों की संख्या 5 तो व्यावसायिक स्नातकों की संख्या 6 है.

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अधेड़ प्रत्याशियों की संख्या सर्वाधिक

चुनाव मैदान में उतरे 66 प्रत्याशी 41 से 50 साल की उम्र के बीच के हैं. वहीं 50 प्रत्याशी 31 से 40 साल के बीच के. 34 प्रत्याशी 51 से 60 साल के हैं, तो 61 से 70 साल वाले प्रत्याशियों की संख्या 20 है. वहीं 25 से 30 वर्ष के बीच वाले प्रत्याशियों की संख्या सबसे कम 17 है. वहीं राजनीति पुरुष प्रधान है, इस बात साबित करने के लिए यह आंकड़ा पर्याप्त है कि मैदान में 173 पुरुष के मुकाबले महज 14 महिला अपनी किस्मत आजमा रही हैं.

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