कोटा । महामाया मंदिर ट्रस्ट के खाते से 27 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा हुआ है. भोपाल में 6 अलग-अलग चेक से रकम निकाली गई है. जबकि महामाया ट्रस्ट के पास मूल चेक अभी भी मौजूद है. ट्रस्ट के बैंक खाते से फर्जी तरीके से भारी भरकम राशि निकाले जाने के बाद हड़कंप मच गया है. सिद्ध शक्तिपीठ ट्रस्ट का रतनपुर भारतीय स्टेट बैंक शाखा में चालू खाता संख्या है.
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जानकारी के मुताबिक अध्यक्ष और मैनेजिंग ट्रस्टी के संयुक्त हस्ताक्षर से भुगतान और आहरण होता है. 16 मार्च को बैंक खाता के स्टेटमेंट का मिलान किया गया. खाते से फर्जी तरीके से छह बार राशि आहरित की गई है. यह राशि छोटी मोटी नहीं बल्कि 27 लाख 19 हज़ार 626 रुपये है.
मूल चेक ट्रस्ट के पास सुरक्षित
ट्रस्ट के मुताबिक मंदिर ट्रस्ट और न ही अध्यक्ष और मैनेजिंग ट्रस्टी ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इसलिए इसकी शिकायत रतनपुर थाने में की गई है. पुलिस बैंक अधिकारियों से संपर्क कर रही है. पता चला है कि जिन चेक नंबर से भुगतान हुआ है, उनके सभी मूल चेक बिना उपयोग के अभी भी मंदिर ट्रस्ट के पास सुरक्षित हैं.
डुप्लीकेट चेक से निकाली गई राशि
खास बात यह है कि यह सारे आहरण भोपाल से किए गए हैं. फर्जी तरीके से 26 फरवरी 2021 को 3,15000 रुपये. 2 मार्च को 4,51000 रुपये निकाल लिए गए. 6 मार्च को 463000, 6 मार्च को ही 4,95000 रुपये निकाली गई. 10 मार्च को 4,98366 और इसी तारीख पर 4,97260 रुपये निकाले गए. इस तरह से फर्जी तरीके से कुल 27,19,626 रुपए जालसाजी कर निकाले गए हैं.
शिकायत की गई, लेकिन FIR नहीं
पुलिस का कहना है कि यह सारे अपराध भोपाल में हुए हैं. इसलिए नियमानुसार संबंधित बैंक को इसकी शिकायत भोपाल में करनी चाहिए. एक विकल्प और है कि रतनपुर पुलिस शून्य में मामला दायर कर संबंधित थाने को भेजें. वैसे फिलहाल रतनपुर मंदिर ट्रस्ट प्रबंधन ने इसकी शिकायत भर की है एफआईआर दर्ज नहीं कराया है.