CG News: Pratik Chauhan: स्वास्थ्य विभाग में आए दिन लाखों और करोड़ों के खेल सामने आते रहे है. अब विभाग से एक और नया खेल सामने आया है. जिसमें विभाग की नींद करीब 10 साल बाद खुली है.इसमें जांच समिति गठित हुई है. अब ये समिति जांच करेगी कि कैसे शासकीय बैंक खाते से पर्सनल अकाउंट में लाखों रूपए ट्रांसफर हुआ है. ये पूरा मामला विवादों में जुड़े रहने वाले डॉ आशीष कुमार सिन्हा (Dr. Ashish Kumar Sinha) का है. कुछ दिनों पहले ही इनके एक कारनामे की पोल लल्लूराम डॉट कॉम ने भी खोली थी. ये है वो पूरी खबर…
अब आपको बताते है कि ये पूरा माजरा क्या है. डॉ आशीष कुमार सिन्हा के खिलाफ एक 3 सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है. आरोप है कि कम्युनिटी मेडिसीन विभाग में रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेल डिपार्टमेंट ऑफ पीएसएम के नाम से पंजाब नेशनल बैंक में (पूर्व में ओबीसी) में खाता था. जिसका अकाउंक नंबर 09181011000492 है. ये पं.ज.ने. स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर में संचालित था. इसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों व अन्य के लिए राशि स्वास्थ्य सेवाएं और यूनिसेफ (UNICEF Funds) से मुख्यतः प्राप्त की गई.
स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते है कि 2014 से 2018 तक ये खाता डॉ आशीष सिन्हा के हस्ताक्षर से संचालित किया गया. इसमें 1 करोड़ 62 लाख से अधिक की राशि प्राप्त हुई. सूत्रों का दावा है कि खाते की जांच के बाद पता चला कि इसमें 18 लाख से अधिक कैश विड्राल, करीब 28 लाख सेल्फ और करीब 39 लाख रूपए पर्सनल अकाउंट में ट्रांसफर हुए.
इसके कुछ दस्तावेज भी विभाग से गायब मिले है. सूत्रों का दावा है कि विभाग ने कई बार डॉ आशीष सिन्हा को पत्र लिखकर दस्तावेजों की जानकारी मांगी, लेकिन उन्होंने जानकारी उपलब्ध नहीं कराई. अब इस मामले में जांच समिति गठित की गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी. जिसके बाद ये पता चलेगा कि पर्सनल अकाउंट किसके है.
ये है तीन सदस्यों की जाँच समिति (Inquiry Committee Members)
1. अध्यक्ष- डॉ विनीत जैन प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष
2. सदस्य – डॉ मनोज साहू, प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष , मनोरोग विभाग
3. सदस्य – सुश्री ऋतु , संयुक्त संचालक, वित्त