रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में अवर्षा से अकाल की आशंका देखने को मिली है. छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्से में पानी की भारी कमी देखने को मिल रही है. पानी की कमी से खेत सूखने और दरारें पड़ने लगी है. कई जिलों में रोपा-बियासी का काम पिछड़ गया है. किसानों को भारी चिंता सताने लगी थी. किसानों ने तत्काल बांध और नहरों में पानी छोड़ने की मांग की थी, जिसके बाद कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने जलाशयों से किसानों के लिए पानी छोड़ने के निर्देश दिए हैं.

रविंद्र चौबे ने lalluram.com से बातचीत करते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे बोले ‘बिलासपुर डिवीजन के डैम से पानी देने के निर्देश दे दिए गए हैं. दुर्ग और रायपुर में किसानों को पानी देने की स्थिति नहीं है. किसानों को बारिश की प्रतीक्षा करने की समझाइश दी. मंत्री ने कहा कि तंबूला काम्प्लेक्स के सारे डैम खाली हैं. गंगरेल केवल 40 से 41 फ़ीसदी भरा है. अभी जलाशयों का पानी निस्तार के लिए है.

फाइल फोटो

इस दौरान रविंद्र चौबे ने भाजपा के प्रस्तावित बस्तर शिविर पर कहा कि अंतर्विरोधों के अंतर्द्वंद में भाजपा फंसी है. भाजपा की पूरी कोशिश अंतर्विरोध से उबरने की है. रमन खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा बता रहे हैं. डी पुरंदेश्वरी कह रही हैं रमन सिंह CM के चेहरे नहीं है. पहले पार्टी के अंदर की लड़ाई से उबर लें.

इसके साथ ही OBC कानून पर मंत्री चौबे ने कहा संसद के कानून का छत्तीसगढ़ में असर नहीं है. छत्तीसगढ़ के परिप्रेक्ष्य में मामला अलग है. ओबीसी आरक्षण केंद्र से काफी आगे है. छत्तीसगढ़ में तैयारी केंद्र सरकार से बहुत पहले से है.

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