आशुतोष तिवारी, बस्तर। जगदलपुर एयरपोर्ट से एलायंस एयर ने दो महीने पहले एयर कार्गो सेवा की शुरुआत बड़े जोर शोर से की थी, उस वक्त एलायंस प्रबंधन की ओर से कहा गया था कि इस सेवा के शुरू होने से बस्तर के व्यापारियों को फायदा होगा. वे अपने उत्पाद देशभर में कहीं भी भेज पाएंगे. एयर कार्गो सेवा के शुरू होने से बस्तर के व्यापार को ग्लोबल कनेक्टिविटी मिलती, लेकिन सिर्फ सिक्योरिटी स्कैनर मशीन के अभाव में यह सेवा शुरू होते ही बंद कर दी गई.

एयरपोर्ट प्रबंधन ने यह बात मीडिया के सामने नहीं आने दी, क्योंकि इससे प्रबंधन की नाकामी उजागर होती. एलायंस प्रबंधन बस्तर को एक बहुप्रतिक्षित सेवा देने जा रहा था, लेकिन एयरपोर्ट प्रबंधन और जिला प्रशासन के प्रयासों में कमी होने की वजह से यह सेवा अब बस्तर के हाथ से निकल चुकी है.अगर यह मशीन एयरपोर्ट में लग भी जाती है, तो एलायंस प्रबंधन को इसके लिए एक बार फिर अपने कार्यालयीन स्तर पर लंबी प्रक्रिया को अपनाना होगा, जिसमें तीन से चार महीने का वक्त और लग जाएगा. एयरपोर्ट में यात्रियों के लगेज स्कैन करने के लिए जो मशीन लगाई गई है, वह एयरपोर्ट के लिए है ही नहीं.

दरअसल, एयरपोर्ट में रेलवे स्टेशन में उपयोग होने वाली मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. एयरपोर्ट के लिए सुरक्षा मानक अलग हैं और इन मानकों के विपरीत रेलवे के स्कैनर से एयरपोर्ट में काम चलाया जा रहा है. यह एक बड़ी खामी है, जिसे दूर करने के लिए अब तक ठोस पहल होती नहीं दिख रही है. स्कैनर और लगेज कन्वेयर बेल्ट के लिए जिला प्रशासन ने तीन महीने पहले ही संबंधित फर्म को भुगतान कर रखा है. यह बात पूर्व में कलेक्टर रजत बंसल ने स्वयं कही थी.

उन्होंने यह भी कहा था कि दोनों मशीनें एयरपोर्ट में जून के महीने में लग जाएंगी, लेकिन इसके बावजूद मशीनें अब तक नहीं लग पाई हैं. बस्तरवासियों को संसाधनों के अभाव में जगदलपुर एयरपोर्ट से यात्रा करनी पड़ रही है. एयरपोर्ट के रनवे से खराब मौसम में लैंडिंग और टेकऑफ में समस्या आती है. एयरपोर्ट के लिए तय 5000 मीटर की विजिबिलिटी खराब मौसम में नहीं मिल पाती है. इस समस्या का समाधान तभी संभव है. जब रनवे पर पॉपी लाइट्स लगा दी जाएं. रनवे पर पॉपी लाइट्स लगाने की दिशा में अब तक कोई पहल नहीं की गई है. इसके अभाव में मौसम की खराबी के बीच फ्लाइट हर दिन प्रभावित होती है.

जगदलपुर एयरपोर्ट से यात्री सेवा की शुरुआत पिछले साल सितंबर महीने में हुई थी. तब एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से कहा गया था कि फिलहाल संसाधनों की कमी के बीच सेवा शुरू की जा रही है, लेकिन जल्द ही संसाधन जुटा लिए जाएंगे. सेवा को शुरू हुए 10 महीने हो चुके हैं और तब जितनी सुविधाएं एयरपोर्ट में यात्रियों को मिल रहीं थी, उतनी ही अब भी मिल रही है. यानी सुविधाओं में कोई विस्तार इन 10 महीनों में नहीं हो पाया है. एयरपोर्ट को बेहतर बनाने या संसाधन जुटाने की दिशा में अब तक प्रबंधन ने कोई कारगर पहल नहीं की है.

वहीं इस मामले में बस्तर कलेक्टर रजत बंसल का कहना है कि जिला प्रशासन की बात एयरलाइंस से चल रही है. हमारी कोशिश है कि जल्द ही एयर कार्गो की सुविधा बस्तर में मिलनी शुरू हो जाएगी.

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