रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने चिटफंड कंपनी के मामले में भाजपा नेताओं की बयानबाजी पर कहा है कि भाजपा अपनी 15 साल की सरकार के कार्य पर नजर डाल लें. भाजपा द्वारा फर्जी चिटफंड कंपनियों को 15 साल तक संरक्षण देने और जनता के धन की लूट के लिये प्रोत्साहित करने के कुकृत्य को छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार चिटफंड कंपनी निवेशकों एवं अभिकर्ताओं के पैसे वापस दिलाने के लिए लगातार काम कर रहे है.
राज्य सरकार पूरी तत्परता से कार्यवाही कर रही है. चिटफंड कंपनियों की संपत्तियों को कुर्क करते हुए 17 हजार निवेशकों को 7 करोड़ रू. की राशि वापस भी दी जा चुकी है. भूपेश बघेल की सरकार चिटफंड निवेशकों का पैसा दिलाने के लिये उसी तत्परता से काम कर रही है, जिस तत्परता से रमन सिंह की सरकार ने इन लूटेरों का साथ दिया.
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि 15 वर्षो के भाजपा के कार्यकाल में शासन के संरक्षण में प्रदेश में लगभग 350 से अधिक चिटफंड कंपनियों ने राज्य में अपने पैर पसारे थे जिसमें लाखों लोगों ने अपनी मेहनत की पूंजी निवेश की. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनकी पत्नी एवं उनके तत्कालीन सांसद पुत्र, तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक इन चिटफंड कंपनियों के कार्यालय उद्घाटन एवं कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते थे.
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार में जांजगीर चांपा जिले में एक चिटफंड कंपनी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में चिटफंड कंपनी में कार्यरत अभिकर्ताओं की नियुक्ति को रोजगार की श्रेणी में रखने की शर्मनाक बात कही थी. राज्य में कांग्रेस की भूपेश सरका र ने रमन सिंह की भाजपा सरकार के निशाने पर चिटफंड कंपनी के अभिकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही निरस्त करते हुये सीधे कार्यवाही चिटफंड कंपनियों के मालिकों पर करने के निर्देश दिये है. तत्परता से कार्यवाही जारी भी है. इन कंपनी के मालिकों पर कार्यवाही जारी है और इनकी संपत्तियों को कुर्क करते हुये इसकी राशि निवेशकों और अभिकर्ताओं को लौटायी जायेगी.