बीजापुर। नक्सलियों के एयर स्ट्राइक के आरोप पर बस्तर आईजी पी. सुंदरराज का बयान सामने आया है. आईजी ने इन आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि यह आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है. बीते दिनों में अपना आधार क्षेत्र पैर के नीचे से खिसकने से सीपीआई माओवादी संगठन बौखलाहट में निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों की हत्या करना, तोड़फोड़, आगजनी जैसे जनविरोधी और विकास विरोधी हरकत को अंजाम दे रहे हैं.

आईजी पी. सुंदरराज ने कहा कि वास्तविकता यह है कि अब तक हजारों निर्दोष ग्रामीणों की हत्या, विकास कार्यों के लिए इस्तेमाल वाहन और मशीनों को जलाना जैसी कायराना हरकत नक्सली कर चुके हैं. जनविरोधी और विकास विरोधी हरकत को अंजाम देकर वो झूठी ताकत का प्रदर्शन कर रहे है. अमानवीय माओवादी संगठन का खात्मा बहुत जल्दी होगा. बस्तर की जनता को माओवादियों के आतंक से बहुत जल्दी मुक्ति मिलेगी.

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बता दें कि दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने आज प्रेस नोट जारी किया था. प्रेस नोट के मुताबिक 19 अप्रैल दोपहर 3 बजे बीजापुर जिले के बोत्तालंका और पलागुड़ेम गांवों के बीच पुलिस ने ड्रोन के जरिए नक्सलियों पर बमबारी की गई. 3 अप्रैल को हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ का बदला लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पुलिस अधिकारियों ने हमला करवाया है. पुलिस वालों के मनोबल को ऊपर उटाने के लिए और कॉरपोरेट घरों को विश्वास दिलाने के लिए ड्रोन हमले करने का फैसला किया. यह ड्रोन हमला दर्शाता है कि फासीवादी लोंगो का राजनीतिक दीवालियपन और आतंकवादी लक्षण का.

प्रेस नोट में कहा है कि आसमान में लगातार ड्रोन और हेलिकाप्टर घूमता देख जनता और पीएलजीए ने अपनी जगह बदल ली थी. जिससे एक बड़े खतरे को टाल दिया. ड्रोन हमला में 12 बम डाला गया था. इससे पेड़-पौधे, कुछ जंगली जानवर और प्राकृति को नुकसान हुआ है. दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी ने एयर स्ट्राइक का फोटो औऱ वीडियो भी जारी किया है.

 

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