रायपुर। बीजापुर नक्सली हमले में घायल जवानों से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुलाकात की. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह भी मौजूद रहे. घायल जवानों से मुलाकात के बाद डॉ. रमन सिंह ने कहा कि यह पाकिस्तान-हिंदुस्तान की लड़ाई नहीं है. कोई चाइना बॉर्डर पर चल रही लड़ाई नहीं है. नक्सली आदिवासियों के बीच छिपे होते हैं. आदिवासियों से घुले मिले होते हैं. पूरे गांव को घेरकर आक्रमण नहीं हो सकता. यह सेंसिटिव लड़ाई है. जवान अचानक फायर नहीं कर सकते. इन सबके बाद भी जवान जिस तरह से लड़ रहे हैं, यह निर्णायक युद्ध की तरह है.

बोलकर पीछे नहीं हटते अमित शाह

रमन सिंह ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह बोल चुके हैं कि नक्सल समस्या का समाधान बेहद जरूरी है. बार-बार ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. इसके समाधान की दिशा में आगे बढ़ने की सोच रहे हैं. जब वह सोच लेते हैं, तो फिर पीछे नहीं हटते. वह अमित शाह है. एक निर्णायक दिशा में जाने का प्रयास करेंगे. ऐसा लगता है. रणनीति कभी खुली नहीं होती, रणनीति वही होती है जो गुप्त होती है.

जवानों का बढ़ा मनोबल

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने घायल जवानों से मुलाकात की है. एक-एक घायल जवान से उनकी मुलाकात हुई है. डॉक्टरों से सीधे उनकी बात हो रही है. वह खुद पूछ रहे हैं कि घायल जवानों को इलाज के लिए कही बाहर लेकर तो नहीं जाना है. फिलहाल सभी मरीजों की स्थिति बेहतर है. उनकी सर्जरी हो चुकी है. धीरे धीरे रिकवरी होगी. जवानों का मनोबल बढ़ा हुआ है. गृहमंत्री का आना एक संदेश रहता है. एक जवान के लिए उनका सर्वोच्च कमांडर आ जाए, तो जवानों का मनोबल आसमान में रहता है.

इसे भी पढ़े- गृह मंत्री अमित शाह और सीएम भूपेश ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि…

नक्सली आखिरी सांस लेने को होंगे मजबूर

पूर्व गृहमंत्री रह चुके और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री का आना ये बताता है कि नक्सलियों को आखिरी सांस गिनने से मजबूर होना होगा. बीजापुर के बासागुड़ा जाकर गृहमंत्री अमित शाह ने जवानों का मनोबल बढ़ाया है.

इसे भी पढ़े- naxal attack: गृहमंत्री अमित शाह और सीएम भूपेश ने घायल जवानों से की मुलाकात 

22 जवान की शहादत

बता दें कि बीजापुर जिले के टेकुलगुडम में शनिवार को हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 22 जवानों की शहादत हुई है. सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच साढ़े चार घंटे तक मुठभेड़ चली. 30 घायल जवानों को अस्पताल पहुंचाया गया है, जिनमें 13 का इलाज रायपुर और 18 का बीजापुर में चल रहा है. कोबरा बटालियन का एक जवान राकेश्वर मिसिंग है, जो कि जम्मू कश्मीर का है.

12 नक्सली ढेर, जवानों से लूटे गए हथियार

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. के मुताबिक मुठेभेड़ में 12 नक्सली मारे गए हैं. 16 नक्सली हताहत भी हुए हैं. नक्सलियों ने जवानों के पास से 10 हथियार लूटकर भागें है. जिसमें 7 एक-47, 2 एसएलआर और 1 एलएमजी शामिल है. इसके साथ ही 3 से 4 ट्रैक्टरों में नक्सलियों के शव ले जाते देखा गया है.

read more- Aggressiveness towards Hacking: Indian Organizations under Chinese Cyber Attack