रायपुर. बिलासपुर से एक बेहद मार्मिक खबर सामने आ रही है. एक पति और पिता रोजाना अपनी पत्नी और 4 बच्चे के लालन-पालन के लिए साइकिल में सब्जी बेचने निकलता था. थोक सब्जी मंडी से रोजाना सब्जी खरीदकर वे कई किलोमीटर दूर साइकिल में उसे बेचने जाते और जो कमाई होती उससे उनका घर चलता.

मंगलवार को भी वे अपने घर से सब्जी बेचने निकले. मृतक दशरथ पटेल पहले मंडी गए और फिर सब्जी बेचने निकले. लेकिन उन्हें क्या पता था कि वे आज वे सब्जी बेच नहीं पाएंगे और यमराज उनके इंतेजार कर रहे है.

अरपा ग्रीन के सामने मेन रोड़ में हुए एक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई. वे मूलतः ग्राम कछार थाना क्षेत्र कोनी के रहने वाले थे.

कफन-दफन तक के पैसे नहीं

पुलिस इस हादसे की सूचना देने जैसे ही घर पहुंची घर में मातम छा गया. घर की स्थिति इतनी खराब थी कि परिजनों के पास कफन-दफन तक के पैसे नहीं थे. ऐसे में थाना कोनी के थाना प्रभारी रविंद्र कुमार यादव अपनी पूरी टीम के साथ मदद के लिए सामने आएं. हालांकि लल्लूराम डॉट कॉम से उन्होंने इस नेक काम किए जाने पर अपना नाम न डालने निवेदन किया.

लेकिन उनके इस नेक काम को लल्लूराम डॉट कॉम सलाम करता है. वहीं लोगों से भी अपील करता है कि वे अपनी भी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाते हुए इस परिवार की मदद के लिए सामने आए और वे चाहे तो पुलिस और थाना प्रभारी कोनी के मार्फत इस पीड़ित परिवार की मदद करें.

4 बच्चों का भविष्य खतरें में

पिता की मौत के साथ 4 बच्चों के सिर से पिता का साया तो उठ गया, लेकिन अब उनका भविष्य भी खतरें में है. क्योंकि जो पिता दिन-रात सब्जी बेचकर घर चलाता था वह अब इस दुनिया में नहीं है. पुलिस जब मृतक के घर में पहुंची तो पता चला कि घर में मृतक की 3 बेटी और 1 बेटा है. सबसे बड़ी बेटी की उम्र 16 वर्ष है और सबसे छोटे बेटे की उम्र 5 साल. वहीं अब ये सड़क हादसा कैसे हुआ इसकी जानकारी सामने नहीं आ सकी है.