
गरियाबंद। जिला कलेक्ट्रेट में आज उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब दो अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र लेकर ज्वॉइनिंग के लिए आदिवासी सहायक आयुक्त के चेंबर में पहुंचे. सहायक आयुक्त एलएन कुर्रे भी नियुक्ति पत्र देखकर चकित रह गए. जांच में पता चला कि दोनों नियुक्ति पत्र फर्जी हैं.
सहायक आयुक्त एलएन कुर्रे ने बताया कि आज दोपहर वे अपने चेंबर में बैठे थे. उसी दौरान दो युवक उनके चेंबर में आए और नियुक्ति पत्र दिखाकर ज्वॉइनिंग की मांग की. नियुक्ति पत्र देखकर वे हैरान रह गए, क्योंकि नियुक्ति पत्र फर्जी नजर आ रहा था. जब सहायक आयुक्त ने दोनों से पूछताछ की, तो उन्होंने पूरी कहानी बयां कर दी.
युवकों ने पूछताछ में सहायक आयुक्त को बताया कि ये नियुक्ति पत्र उन्हें छूरा के कोसमी निवासी एक युवक ने दिया है. दोनों युवकों ने मामले में लेनदेन की बात भी स्वीकार की. इसके बाद सहायक आयुक्त ने मामले की सूचना सिटी कोतवाली पुलिस को दी. हालांकि पुलिस मामले में फिलहाल किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं होने की बात कह रही है.
सहायक आयुक्त एलएन कुर्रे ने बताया कि युवक जो नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचे थे, उसमें से एक नियुक्तिपत्र खरहरी निवासी गिरेवन्दर कुमार के नाम का है और दूसरा उसी गांव की कुडाली सिन्हा के नाम पर है. जो पूरी तरह फर्जी है. गिरेवन्दर का नियुक्ति पत्र सहायक आयुक्त रायपुर द्वारा जारी होना दर्शाया गया है. इतना ही नहीं अभ्यार्थी की ज्वॉइनिंग गरियाबंद तहसील कार्यालय में वर्ग 3 के पद पर करने निर्देशित किया गया है.
कुडाली सिन्हा का नियुक्ति पत्र गरियाबंद सहायक आयुक्त द्वारा जारी होना दर्शाया गया है. अभ्यार्थी को बीआरसीसी कार्यालय में नियुक्ति देने निर्देशित किया गया है. सहायक आयुक्त ने बताया कि किसी गिरोह के द्वारा गांव के भोले-भाले बेरोजगारों को ठगने के लिए ऐसा किया जाना प्रतीत हो रहा है.
देखें वीडियो-
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक