रायपुर। असम के बोडो पीपुल्स फ्रंट के उम्मीदवारों को छत्तीसगढ़ में रखे जाने पर भाजपा ने सवाल उठाया था. अब इस पर कांग्रेस ने करारा जवाब दिया. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन ने कहा कि भ्रष्टाचार के पैसे से खरीद-फरोख्त करने वाली भाजपा को तकलीफ क्यों हो रही है. भाजपा ने कर्नाटक, मध्यप्रदेश में जो किया था वो क्या था. भाजपा डरी हुई है, क्योंकि असम से सत्ता जा रही है.
इसे भी पढ़े- बड़ी खबर : असम से छत्तीसगढ़ लाए गए बोडो पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार, नतीजे से पहले कांग्रेस को जोड़-तोड़ का डर
त्रिवेदी ने कहा कि असम चुनाव के ठीक पहले भाजपा के अनेक सहयोगियों ने उनका साथ छोड़ दिया. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लिया. इसका प्रमुख कारण पांच के साल शासनकाल में भाजपा की जन विरोधी नीतियां रही है. नीतियों से नाराज सारे राजनीतिक दल कांग्रेस के साथ आ गए. अब इन्हें बीजेपी से बचाने यहां सुरक्षित रखा जा रहा है. राजनीति में जिस प्रकार से इन्होंने खरीद फरोख्त की है. वो किसी से छिपा नहीं है. भाजपा अब इसमें आपत्ति जता रही है. उन्हें भ्रष्टाचार के पैसे से जनप्रतिनिधियों को खरीदने का मौका नहीं मिल रहा है. इसलिए उन्हें तकलीफ हो रही है.
भाजपा ये बताए कि कोरोना के ठीक पहले मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायकों को बेगलूरू में रखा था या नहीं रखा था. असम के विधानसभा उम्मीदवार छत्तीसगढ़ आए तो पेट में क्यों दर्द हो रहा है.
बता दें कि असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी बोडो पीपुल्स के उम्मीदवार छत्तीसगढ़ के बस्तर लाए गए हैं. इस पर बीजेपी नेता एवं पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर सवाल उठाया था. कहा था कि कोरोना काल में ंमंत्री, सांसद, विधायक सेवा में लगे हुए हैं, जबकि पूरे बस्तर में धारा 144 लगी हुई है. लॉकडाऊन लग रहा है, फिर दूसरे प्रदेश के लोग बस्तर में ओ भी रेस्ट हाउस में किसके निर्देश पर रुके हुए हैं ? मेरा सरकार से आग्रह है जल्द उन्हें निकाल बाहर करें एवम बस्तर की चरमराती चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करे.