रायगढ़. इनामी कूपन और लाटरी के नाम पर ठगी करने वाले साइबर गैंग के एक आरोपी को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है. प्रशिक्षु आईपीएस प्रभात कुमार के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम साइबर क्राइम संबंधी मामलों में आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस टीम मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान थी, जिसे सफलता मिली है.

आईपीएस प्रभात कुमार व टीम दिगर राज्य में कैंप लगाकर आरोपियों की पतासाजी कर रही थी. इस दौरान थाना कोतरारोड के एक ऑनलाइन फ्रॉड मामले में आरोपी नसीम खान को राजस्थान के अलवर जिले से गिरफ्तार किया गया. ठगी करने वाले समूह का हर कुछ महीने में लाटरी का नाम लेकर लोगों को फोन नंबर से निरंतर कॉल आता था.


कई बहानों से ठगों ने 2 लाख 25 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए
चुहकीमार, छाल निवासी रमेश पटेल के साथ फेसबुक इश्तेहार के माध्यम से ठगी हुई थी. फेसबुक पर उन्हें एक कार पसंद आई थी, जो ठगों के समूह द्वारा ठगी के लिए डाली गई थी. कार की डील पक्की होने पर कई बहानों से ठगों ने प्रार्थी से 2 लाख पच्चीस हजार ट्रांसफर करवा लिए और कार नहीं भेजे.

पुलिस ने आरोपी से जब्त किया सिम
प्रार्थी ने थाना कोतरारोड में ठगी की शिकायत की. इसके बाद जांच टीम ने अपराध में उपयोग किया गया सीडीआर को खंगालना शुरू किया, जिसमें पाया गया कि एक दर्जन से अधिक मोबाइल पर इस सिम का इस्तेमाल किया गया था. जांच के बाद कोतरारोड पुलिस की टीम ने राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ थाने में दबिश दी, जहां सिम के उपयोगकर्ता आरोपी नसीम खान को हिरासत में लिया गया, उससे सिम भी जब्त किया गया.

आरोपी को राजस्थान से रायगढ़ लाया गया
सबूतों के आधार पर आरोपी नसीम खान को गिरफ्तार कर स्थानीय JMFC के न्यायालय में पेश किया गया और ट्रांजिस्ट रिमांड पर अलवर से रायगढ़ लाया गया. रायगढ़ में आरोपी नसीम खान पिता जाकीर खान निवासी जखोरपुर, राजस्थान को न्यायालय में पेश किया गया.