अभिषेक सेमर,तखतपुर। बिलासपुर जिले के नगर पालिका तखतपुर में आज अव्यवस्था का आलम देखने को मिला. जब पूरे 15 वार्ड के पेंशन हितग्राहियों को एक साथ नगर के सांस्कृतिक भवन में सत्यापन के लिए बुला लिया गया, तो करीब डेढ़ हजार हितग्राही एक साथ पहुंच गए. इतने लोगों के लिए मात्र एक काउंटर बनाया गया था. जिसमें सत्यापन के लिए केवल एक कर्मचारी बैठा था. इस कारण भीड़ लग गई और परेशान होकर कर्मचारी भी कुछ समय के लिए काउंटर छोड़ कर चला गया.

ताज्जुब की बात तो यह है कि सत्यापन के लिए आदेश जारी करने वाली सीएमओ शीतल चंद्रवंशी को ही नहीं पता कि कितने लोगों का सत्यापन होना है. सत्यापन के लिए बुजुर्ग महिला-पुरुष से लेकर दिव्यांग और असहाय निराश्रित लोगों को भी कोरोना काल में बुलाया गया. मुख्य नगर पालिका अधिकारी सारा दोष हितग्रहियों के ऊपर ही मढ़ रही है. वहीं नगर के जनप्रतिनिधि आक्रोशित होकर सारा दोष सीएमओ को देने लगे. जनप्रतिनिधियों का कहना था कि सीएमओ ने उनसे कोई सलाह नहीं लिया. उनकी गलती के कारण आम जनता परेशान हो रही है. साथ ही उनकी छवि भी खराब हो रही है.

कोरोना काल में बुजुर्गों की लगी भीड़ 

कोरोना इससे अधिक बुजुर्ग को प्रभावित कर रहा है. इसके बावजूद नगर पालिका की सीएमओ शीतल चंद्रवंशी ने बिना किसी व्यवस्था के बुजुर्गों और दिव्यांग लोगों को सत्यापन के लिए बुला ली. उसके बाद भी सारा दोष आम जनता के सिर पर मढ़ रही है. आज सांस्कृतिक भवन में सत्यापन कराने आने वालों में अधिकांश बुजुर्ग महिला-पुरुष ही थे. जिनके लिए कोरोना जानलेवा हो सकता है, लेकिन मैडम को इसकी क्या परवाह उन्हें तो जैसे-तैसे काम पूरा करना है. किसी की परेशानियों से उन्हें कोई परवाह नहीं है. मुख्य नगर पालिका अधिकारी को इतना भी पता नहीं है कि नए हितग्राही का सत्यापन होना है कि पुराने हितग्राही का ?

राजस्व वसूली में लगे हैं कर्मचारी

सीएमओ शीतल चन्द्रवंशी से फोन पर बातचीत की गई है, तो उन्होंने कहा कि जिन्होंने आवेदन किया है और जिन्हें पेंशन नहीं मिल रहा है, उनका सत्यापन होना है. उनसे पूछा गया कि केवल एक टेबल लगा है और एक कर्मचारी ही बैठा है. जबकि वहां हजारों की भीड़ लगी है, ऐसे में सत्यपन कैसे होगा ? जिस सीएमओ ने कहा कि अभी केवल एक कर्मचारी उपलब्ध है. बाकी सारे कर्मचारी राजस्व वसूली के लिए लगे हुए हैं. दो चार दिन बाद वार्डो के जाकर सत्यापन का काम कराएंगे.

जिसे जहां जगह मिली बैठ गए

सांस्कृतिक भवन में सत्यापन के लिए लगाए गए शिविर में 60 साल से 80-90 साल तक के बुजुर्ग भी अपना सत्यापन कराने पहुंचे थे. लेकिन नगर पालिका के द्वारा उनकी उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. न बैठने की व्यवस्था न पीने के लिए पानी की व्यवस्था थी. भीड़ के कारण बुजुर्ग खड़े-खड़े थक गए, तो जिन्हें जहाँ जगह मिली वहीं पर बैठ गए. कोई स्टेज की सीढ़ियों पर, तो कोई नीचे फर्श पर ही बैठ गया. कुछ तो परेशान होकर बाहर भी निकल गए और बिना सत्यापन कराए अपने घर चले गए.

इतने पेंशन हितग्राही है नगर में

नगर पालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका के 15 वार्डो में अलग-अलग योजनाओं में कुल 1892 पेंशन हितग्राही है. जिनका सत्यापन होना है. जिसमें दिव्यांग पेंशन 62, वृद्धा पेंशन 468, विधवा पेंशन 432, मुख्य मंत्री पेंशन योजना 57, सामाजिक सुरक्षा योजना 843 और सुखद सहारा योजना 30 शामिल है.